हॉर्वर्ड विश्वविद्यालय के तीन डॉक्टरेट छात्राओं ने इस प्रतिष्ठित अमेरिकी संस्थान के खिलाफ यौन उत्पीड़न (Sexual Harassment) के मामले में मुकदमा दायर किया है। छात्राओं का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन मानव विज्ञान के एक प्रोफेसर द्वारा लगभग एक दशक से यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने के मामले को नजरअंदाज कर रहा है। यह मामला उठाने वाली छात्राओं में एक भारतीय-अमेरिकी छात्रा भी शामिल है।
बॉस्टन संघीय अदालत में मंगलवार को दायर मुकदमे में अमूल्या मांडवा, मार्गरेट शेरविंस्की और लिलिया किलबर्न ने आरोप लगाया है कि 77 वर्षीय प्रोफेसर जॉन कोमारोफ छात्राओं के साथ बिना उनकी अनुमति के अभद्र हरकतें करते थे और शिकायत करने पर उनका करियर बर्बाद करने की धमकी देते थे। विश्वविद्यालय प्रशासन कोमारोफ के उत्पीड़न से तीन छात्राओं को बचाने में असफल रही है।