Skip to content

इस यूनिवर्सिटी के मेडिसिन बेसिक साइंसेज स्कूल के अगले डीन होंगे कुरियन

कुरियन की नियुक्ति एक जनवरी 2023 से प्रभावी होगी। यूनिवर्सिटी की ओर से कहा गया है कि कुरियन दवाओं की खोज, फार्माकोलॉजी व जेनेटिक इंजीनियरिंग के क्षेत्र में मॉलिक्यूलर, सेल्युलर और डेवलपमेंटल बायोलॉजी में मौलिक शोध को बढ़ावा देकर यूनिवर्सिटी की वैश्विक पहुंच को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएंगे।

वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी (Vanderbilt University) ने दुनिया के शीर्ष स्ट्रक्चरल बायोलॉजिस्ट्स में शुमार भारतीय-अमेरिकी जॉन कुरियन को अपने स्कूल ऑफ मेडिसिन बेसिक साइंसेज का अगला डीन नियुक्त करने का फैसला लिया है।

यूनिवर्सिटी की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार कुरियन की नियुक्ति एक जनवरी 2023 से प्रभावी होगी। इसमें कहा गया है कि कुरियन दवाओं की खोज, फार्माकोलॉजी व जेनेटिक इंजीनियरिंग के क्षेत्र में मॉलिक्यूलर, सेल्युलर और डेवलपमेंटल बायोलॉजी में मौलिक शोध को बढ़ावा देकर यूनिवर्सिटी की वैश्विक पहुंच को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएंगे।

बायोटेक कंपनी न्यूरिक्स थेरेप्यूटिक्स (Nurix Therapeutics) के सह संस्थापक कुरियन यूनिवर्सिटी में बेसिक साइंसेज के संस्थापक डीन लॉरेंस जे मार्नेट की जगह लेंगे। लॉरेंस ने दिसंबर तक इस पद पर बने रहने पर सहमति जताई है। कुरियन वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिसिन बेसिक साइंसेज के दूसरे डीन होंगे।

तीन दशक से अधिक के अपने करियर के दौरान जॉन कुरियन यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया और यूनिवर्सिटी ऑफ बर्कले में केमिस्ट्री और मॉलिक्यूलर व सेल बायोलॉजी के प्रोफेसर रहे हैं। इसके अलावा वह हॉवर्ड ह्यू मेडिकल इंस्टीट्यूट में इन्वेस्टिगेटर की भूमिका भी निभा चुके हैं। वह नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज और नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिसिन के सदस्य भी हैं।

जॉन कुरियन अमेरिकन एकेडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज (AAAS) के फेलो हैं और यूनाइटेड किंगडम की स्वतंत्र वैज्ञानिक अकादमी रॉयल सोसायटी (Royal Society) के विदेशी सदस्य भी हैं। कुरियन ने कहा कि वेंडरबिल्ट के साथ काम करने का अवसर मिलना और अत्याधुनिक बायोमेडिकल रिसर्च के लिए देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में से एक के नेतृत्व से जुड़ना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है।

मूल रूप से भारत से संबंध रखने वाले कुरियन ने दो साल तक यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास में पढ़ाई की थी। इसके बाद उन्होंने पेंसिल्वेनिया के हंटिंग्डन में जुनियाटा कॉलेज में ट्रांसफर ले लिया था। उन्होंने 1981 में जुनियाटा कॉलेज से केमिस्ट्री में स्नातक किया था। इसके बाद उन्होंने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) में ग्रेजुएट स्कूल में दाखिला लिया था। यहां से साल 1986 में कुरियन ने फिजिकल केमिस्ट्री में डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की थी। यूनिवर्सिटी ने इसके अलावा सी सिबेल रेवर को एकेडमिक अफेयर्स के लिए प्रोवोस्ट व वाइस चांसलर पद के लिए नामित किया गया है।

Comments

Latest