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मैरीलैंड सीनेट की दौड़ में शामिल हुईं भारतीय मूल की राहीला अहमद

राहीला अहमद ने सबसे पहले 2012 में चुनाव लड़ा था। उस वक्त उनकी उम्र महज 18 साल की थी। हालांकि वह 3 फीसदी मतों से चुनाव हार गईं, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी।

भारतीय मूल की 27 साल की महिला राहीला अहमद अमेरिकी राज्य मैरीलैंड के डिस्ट्रिक्ट-23 सीनेट सीट के लिए दौड़ में शामिल हो गई हैं। चुनाव इस साल 28 जून को होंगे। उनका मुद्दा स्वास्थ्य और अप्रवासियों से जुड़े कानून में सुधार है। मेरीलैंड के प्रिंस जॉर्ज काउंटी में स्कूल बोर्ड में 5 साल काम करने के बाद उन्होंने 19 फरवरी को पद से इस्तीफा दे दिया। यह पद उन्होंने पिछली बार हुए स्थानीय चुनाव में जीत दर्ज कर हासिल किया था। बता दें कि अमेरिका में जन्मी राहीला के पिता भारत और मां पाकिस्तान से हैं।

उन्होंने पिछली बार मेरीलैंड के डिस्ट्रिक्ट-5 से चुनाव जीता था जहां की आबादी 80 हजार से अधिक है। इस जिले की 80 फीसदी आबादी अफ्रीकी-अमेरिकी मूल के लोगों की है। वहीं जिस ड्रिस्ट्रिक्ट-23 सीनेट सीट के लिए वह मैदान में हैं वहां की आबादी एक लाख 30 हजार से अधिक है। राहीला के मुताबिक स्कूल बोर्ड से इस्तीफा उन्होंने भारी मन से दिया है। उन्होंने कहा कि बोर्ड की शिक्षा के लिए यह साल चुनौतियों से भरा था। उन्होने कहा कि मुझे लगता है कि हमारा लोकतंत्र खतरे में है। हमारी व्यवस्था में जो नेतृत्व हैं, उन्होंने ही इस पर विराम लगा दिया है। बिना किसी उत्तरदायित्व को समझे कायदे कानून का उल्लंघन हो रहा है।

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