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USCIRF की धार्मिक ​रिपोर्ट के समर्थन पर घिरीं मॉडल व लेखिका पद्मा लक्ष्मी!

चेन्नई में जन्मीं पद्मा लक्ष्मी ने सोशल मीडिया हैंडल ट्विटर पर एक ट्वीट किया है जिस पर विवाद शुरू हो गया है। पद्मा लक्ष्मी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि भारत में मुसलमानों के खिलाफ हो रही हिंसा को देखकर दुख होता है।

अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग (USCIRF) की बीते दिनों आई नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट को लेकर जहां एक तरफ भारतीय अमेरिकी समेत विश्व में बसे भारतीय पक्षपाती बता रहे हैं वहीं भारतीय मूल की अमेरिकी मॉडल और लेखिका पद्मा लक्ष्मी ने कहीं न कहीं इस रिपोर्ट पर अपना समर्थन दिया है। हालांकि पद्मा लक्ष्मी को इसका विरोध भी झेलना पड़ रहा है।

चेन्नई में जन्मीं पद्मा लक्ष्मी ने सोशल मीडिया हैंडल ट्विटर पर एक ट्वीट किया है, जिस पर अब विवाद शुरू हो गया है। दरअसल पद्मा लक्ष्मी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि भारत में मुसलमानों के खिलाफ हो रही हिंसा को देखकर दुख होता है। व्यापक मुस्लिम विरोधी बयानबाजी से मुसलमानों के बीच डर पैदा हो रहा है और इससे दोनों समुदाय के बीच जहर घोलने का काम किया जा रहा है। यह प्रोपोगेंडा खतरनाक है। यदि आप किसी को कम समझते हैं तो आप उसका उत्पीड़न शुरू कर देते हैं।

इस ट्वीट के साथ पद्मा लक्ष्मी ने आगे जोड़ते हुए कहा कि हिंदूओं इस बहकावे में मत आओ। हिंदू धर्म को भारत में ही नहीं बल्कि कहीं और भी कोई खतरा नहीं है। सच्ची आध्यात्मिकता में किसी भी प्रकार की घृणा को जगह नहीं दी जाती है। इस प्राचीन और विशाल भूमि पर सभी धर्मों के लोगों को एक साथ शांति से रहने में सक्षम होना चाहिए।

पद्मा लक्ष्मी द्वारा दी गई इस सलाह को कई संगठनों और भारतीय प्रवासियों ने आड़े हाथ लिया है। पद्मा लक्ष्मी के इस ट्वीट पर कैलिफोर्निया में मनोचिकित्सक, लेखक, एक्टिविस्ट भारतीय अमेरिकी डॉ. शीनी अंबरदार ने कहा कि दशकों से भारत के सभी हिस्सों में हिंदुओं पर हमले किए जा रहे हैं। हिंदू होने की वजह से पाकिस्तान और बांग्लादेश में हर दिन उनकी हत्या कर दी जाती है। आप या तो जानबूझ कर कुटिल हो रही हैं या फिर अज्ञानी हैं। बता दें कि डॉ. शीनी के 43 हजार से अधिक फॉलोअर हैं।

दूसरी ओर अन्य भारतीय डॉ. इंदू विश्वनाथन ने पद्मा लक्ष्मी के ट्वीट पर कहा कि हिंदू नरसंहार के बारे में अज्ञानता/इंकार और आध्यात्मिक अहिंसा को दरकिनार करना इन स्वनियुक्त दक्षिण एशियाई प्रवक्ताओं के समुदाय में एक कैंसर है। डॉ. इंदू विश्वनाथन के 30 हजार से अधिक फॉलोअर हैं।

एक अन्य ने लिखा कि हिंदू प्रवासी भारतीय हिंदुओं पर एक दायित्व है। भारतीय हिंदुओं की आवाज बनने के बजाय पद्मा लक्ष्मी झूठा इस्लामी प्रचार करके धन बटोर रही हैं। यह जानते हुए भी कि बीते दिनों हिंदू त्योहार से जुड़े जुलूसों पर सिर्फ 2 सप्ताह में 9 राज्यों में इस्लामिक भीड़ द्वारा हमला किया गया था।

बता दें कि पद्मा का जन्म चेन्नई में हुआ है और उनकी मां न्यूयॉर्क में रहती थीं। इसलिए वह अक्सर अमेरिका आती-जाती रहती थीं। बाद में पद्मा ने अमेरिका की नागरिकता ले ली। पद्मा ने मॉडलिंग की शुरुआत 18 साल की उम्र से कर दी थी। उन्होंने 2003 में हिंदी फिल्म 'बूम' से बॉलीवुड में एंट्री ली थी।

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