अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग (USCIRF) की बीते दिनों आई नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट को लेकर जहां एक तरफ भारतीय अमेरिकी समेत विश्व में बसे भारतीय पक्षपाती बता रहे हैं वहीं भारतीय मूल की अमेरिकी मॉडल और लेखिका पद्मा लक्ष्मी ने कहीं न कहीं इस रिपोर्ट पर अपना समर्थन दिया है। हालांकि पद्मा लक्ष्मी को इसका विरोध भी झेलना पड़ रहा है।
Sickening to see the violence against Muslims celebrated in India. The widespread anti-Muslim rhetoric preys on fear and poisons people.
— Padma Lakshmi (@PadmaLakshmi) April 27, 2022
This propaganda is dangerous and nefarious because when you consider someone less than it's much easier to participate in their oppression.
चेन्नई में जन्मीं पद्मा लक्ष्मी ने सोशल मीडिया हैंडल ट्विटर पर एक ट्वीट किया है, जिस पर अब विवाद शुरू हो गया है। दरअसल पद्मा लक्ष्मी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि भारत में मुसलमानों के खिलाफ हो रही हिंसा को देखकर दुख होता है। व्यापक मुस्लिम विरोधी बयानबाजी से मुसलमानों के बीच डर पैदा हो रहा है और इससे दोनों समुदाय के बीच जहर घोलने का काम किया जा रहा है। यह प्रोपोगेंडा खतरनाक है। यदि आप किसी को कम समझते हैं तो आप उसका उत्पीड़न शुरू कर देते हैं।
इस ट्वीट के साथ पद्मा लक्ष्मी ने आगे जोड़ते हुए कहा कि हिंदूओं इस बहकावे में मत आओ। हिंदू धर्म को भारत में ही नहीं बल्कि कहीं और भी कोई खतरा नहीं है। सच्ची आध्यात्मिकता में किसी भी प्रकार की घृणा को जगह नहीं दी जाती है। इस प्राचीन और विशाल भूमि पर सभी धर्मों के लोगों को एक साथ शांति से रहने में सक्षम होना चाहिए।
Unfollowing. Hindus have been hunted in all parts of #India for decades. They are murdered every day in Pakistan & Bangladesh because of their religion.
— Sheenie Ambardar, MD (@DrAmbardar) April 28, 2022
You're either purposely being obtuse or are ignorant.#Kashmir #Bengal #Kerala #Punjabhttps://t.co/SOEc18Ztpy
पद्मा लक्ष्मी द्वारा दी गई इस सलाह को कई संगठनों और भारतीय प्रवासियों ने आड़े हाथ लिया है। पद्मा लक्ष्मी के इस ट्वीट पर कैलिफोर्निया में मनोचिकित्सक, लेखक, एक्टिविस्ट भारतीय अमेरिकी डॉ. शीनी अंबरदार ने कहा कि दशकों से भारत के सभी हिस्सों में हिंदुओं पर हमले किए जा रहे हैं। हिंदू होने की वजह से पाकिस्तान और बांग्लादेश में हर दिन उनकी हत्या कर दी जाती है। आप या तो जानबूझ कर कुटिल हो रही हैं या फिर अज्ञानी हैं। बता दें कि डॉ. शीनी के 43 हजार से अधिक फॉलोअर हैं।
This toxic combination of a) ignorance/denial about Hindu genocide and b) spiritual bypassing/weaponizing ahimsa is a cancer in the community of self-appointed South Asian™ “rational spokespersons”. It’s delusional & dangerous bc these voices get amplified as “moral” and “just.” https://t.co/3qDs6UKtVN
— Dr. Indu Viswanathan (@indumathi37) April 27, 2022
दूसरी ओर अन्य भारतीय डॉ. इंदू विश्वनाथन ने पद्मा लक्ष्मी के ट्वीट पर कहा कि हिंदू नरसंहार के बारे में अज्ञानता/इंकार और आध्यात्मिक अहिंसा को दरकिनार करना इन स्वनियुक्त दक्षिण एशियाई प्रवक्ताओं के समुदाय में एक कैंसर है। डॉ. इंदू विश्वनाथन के 30 हजार से अधिक फॉलोअर हैं।
Hindu diaspora is a liability on Indian Hindus.
— 🍁 (@srjkkbr) April 27, 2022
Instead of becoming voice of Indian Hindus whose festival processions were attacked just 2 weeks in 9 states by Islαmist mob it's taking islαmist money for spreading islαmist propaganda of false Muslim victimhood.
F'ing soulsellers. https://t.co/Dwz7YGh03X pic.twitter.com/URwrkyLPoW
एक अन्य ने लिखा कि हिंदू प्रवासी भारतीय हिंदुओं पर एक दायित्व है। भारतीय हिंदुओं की आवाज बनने के बजाय पद्मा लक्ष्मी झूठा इस्लामी प्रचार करके धन बटोर रही हैं। यह जानते हुए भी कि बीते दिनों हिंदू त्योहार से जुड़े जुलूसों पर सिर्फ 2 सप्ताह में 9 राज्यों में इस्लामिक भीड़ द्वारा हमला किया गया था।
बता दें कि पद्मा का जन्म चेन्नई में हुआ है और उनकी मां न्यूयॉर्क में रहती थीं। इसलिए वह अक्सर अमेरिका आती-जाती रहती थीं। बाद में पद्मा ने अमेरिका की नागरिकता ले ली। पद्मा ने मॉडलिंग की शुरुआत 18 साल की उम्र से कर दी थी। उन्होंने 2003 में हिंदी फिल्म 'बूम' से बॉलीवुड में एंट्री ली थी।