ट्रम्प की कोर्ट में सुनवाई, मोक्सिला थीं जज ...और यह है इंडियन कनेक्शन

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प गुरुवार को संघीय अदालत में एक भारतीय-अमेरिकी जज के सामने पेश हुए। ट्रम्प पर आरोप है कि उन्होंने 2020 में हुए राष्ट्रपति चुनावों के परिणामों को पलटने की साजिश रची थी। गुजरात में जन्मीं भारतीय मूल की मोक्सिला ए उपाध्याय अमेरिका में जज हैं। मोक्सिला अमेरिका के कनास शहर में पली-बढ़ीं हैं। उन्होंने अमेरिका के प्रसिद्ध विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।

मोक्सिला ए उपाध्याय को 7 सितंबर, 2022 को यूनाइटेड स्टेट्स मजिस्ट्रेट जज के रूप में नियुक्त किया गया था। उपाध्याय ने मिसौरी स्कूल ऑफ जर्नलिज्म से बैचलर ऑफ जर्नलिज्म, मैग्ना कम लॉड और मिसौरी विश्वविद्यालय से लैटिन में ऑनर्स के साथ बैचलर ऑफ आर्ट्स की उपाधि प्राप्त की।

उन्होंने अमेरिकन यूनिवर्सिटी, वाशिंगटन कॉलेज ऑफ लॉ से जेडी (ज्यूरिस डॉक्टर) किया। वहां उन्होंने आपराधिक न्याय क्लिनिक में ग्राहकों का प्रतिनिधित्व करने वाले अपने परीक्षण कार्य के लिए विशिष्टता अर्जित की और वह एडमिनिस्ट्रेटिव लॉ रिव्यू की सदस्य भी रहीं।

वाशिंगटन स्कूल से स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद उन्होंने डीसी कॉर्ट ऑफ अपील्स के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एरिक टी वाशिंगटन के साथ काम किया। इस दौरान वे दो साल तक पूर्व न्यायाधीश एरिक की कानून क्लर्क रहीं। इसके बाद उपाध्याय ने वेनेबल एलएलपी का वाशिंगटन डीसी कार्यालय ज्वाइन किया। यहां उन्होंने वाणिज्यिक और प्रशासनिक मामलों से जुड़े कठिनतम मामलों का अभ्यास किया। 2011 में उन्होंने वेनेबल छोड़ दिया।

इसके बाद उन्होंने तत्कालीन जिला न्यायाधीश रॉबर्ट एल विल्किंस के पहले क्लर्क के रूप में नौकरी की। जिला न्यायाधीश के साथ काम करने के बाद वे दोबारा वेनेबल से जुड़ गईं और जज के रूप में नियुक्ति तक उन्होंने वेनेबल के साथ ही काम किया। वर्ष 2021-22 से न्यायाधीश मोक्सिला उपाध्याय को संघीय अदालत की शिकायत समिति में सेवा देने के लिए नियुक्त किया गया था। मोक्सिला अमेरिकन बार फाउंडेशन की फेलो भी हैं।