Skip to content

राष्ट्रीय पुस्तक पुरस्कार की दौड़ में भारतीय अमेरिकी सारा मैथ्यूज आगे, ऐलान 16 नवंबर को

सारा मैथ्यूज की परवरिश ओमान और भारत के बीच हुई है। जब वह 17 साल की थीं, तब उनका परिवार अमेरिका में बस गया था। सारा की कृतियां अग्नि, SSENSE और बेस्ट अमेरिकन शॉर्ट स्टोरीज़ जैसी कई जगहों पर प्रकाशित हो चुकी हैं।

इस साल के राष्ट्रीय पुस्तक पुरस्कारों के अंतिम दौर में पहुंचे प्रतिभागियों में भारतीय मूल की अमेरिकी लेखिका सारा थैंकम मैथ्यूज भी शामिल हैं। पुरस्कारों की घोषणा 16 नवंबर को न्यूयॉर्क शहर के सिप्रियानी वॉल स्ट्रीट में की जाएगी। पुरस्कार के अंतिम दौर में कुल 25 लेखक-लेखिकाएं शामिल हैं।

इस पुरस्कार के लिए फिक्शन श्रेणी में सारा मैथ्यूज के सबसे पहले उपन्यास 'ऑल दिस कैन बी डिफरेंट' को सूचीबद्ध किया गया है। यह एक अप्रवासी युवा समलैंगिक की कहानी है जो पूंजीवाद की दमनकारी मांगों से जूझते हुए अपने लिए एक समुदाय बनाता है।

This post is for paying subscribers only

Subscribe

Already have an account? Log in

Latest