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लूट की रकम से क्रिप्टो खरीदने के आरोप में भारतीय अमेरिकी को 20 साल की सजा

संघीय अभियोजकों ने अदालत में कहा कि भारतीय अमेरिकी और उनके सह साजिशकर्ताओं से 7,50,000 अमेरिकी डॉलर यानी लगभग 6 करोड़ रुपये से अधिक की रकम की विभिन्न तरीकों से लूट की और रकम को क्रिप्टोकरेंसी में बदलने की कोशिश की।

Photo by Bermix Studio / Unsplash

संयुक्त राज्य अमेरिका के न्याय विभाग ने भारतीय अमेरिकी से जुड़ा एक मामला सामने रखा है जिसमें उससे अन्य अमेरिकी के साथ क्रिप्टोकरेंसी के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग मामलें में आरोपित पाया गया है और दोनों को अदालत ने 20 साल की सजा सुनाई है। न्याय विभाग ने बताया कि एक अमेरिकी अदालत ने भारतीय अमेरिकी मानिक मेहतानी और अमेरिकी लोइस बॉयड को संघीय जेल में 20 साल की सजा काटने का हुकुम दिया है। दोनों ही अमेरिकी राज्य वर्जीनिया के निवासी हैं। अमेरिका का जस्टिस डिपार्टमेंट यानी न्याय विभाग अमेरिका से जुड़े सभी आपराधिक मामलों से जुड़ी जानकारी को अपनी वेबसाइट पर रोजाना अपडेट करता है।

इस क्रिप्टोकरेंसी को उन्होंने अपने विदेशी सह साजिशकर्ताओं के नियंत्रण में वॉलेट में निर्देशित किया था।

अभियोग के अनुसार लोइस बॉयड और मानिक मेहतानी पर आरोप है कि उन्होंने विभिन्न धोखाधड़ी और साजिश करके अमेरिकियों को लूटा और उनके पैसे को क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से वैध बनाने की कोशिश की। न्याय विभाग ने कहा आपराधिक आय की प्रकृति और स्रोत को छिपाने के लिए के साथ साथ निगरानी से बचाने के लिए दोनों ने साजिश से लूटी रकम का लेनदेन नियमित रूप से किया यानी अकाउंट में रुक रुक कर रकम को जमा किया और उससे क्रिप्टोकरेंसी खरीदी। इस क्रिप्टोकरेंसी को उन्होंने अपने विदेशी सह साजिशकर्ताओं के नियंत्रण में वॉलेट में निर्देशित किया था।

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