संयुक्त राज्य अमेरिका के न्याय विभाग ने भारतीय अमेरिकी से जुड़ा एक मामला सामने रखा है जिसमें उससे अन्य अमेरिकी के साथ क्रिप्टोकरेंसी के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग मामलें में आरोपित पाया गया है और दोनों को अदालत ने 20 साल की सजा सुनाई है। न्याय विभाग ने बताया कि एक अमेरिकी अदालत ने भारतीय अमेरिकी मानिक मेहतानी और अमेरिकी लोइस बॉयड को संघीय जेल में 20 साल की सजा काटने का हुकुम दिया है। दोनों ही अमेरिकी राज्य वर्जीनिया के निवासी हैं। अमेरिका का जस्टिस डिपार्टमेंट यानी न्याय विभाग अमेरिका से जुड़े सभी आपराधिक मामलों से जुड़ी जानकारी को अपनी वेबसाइट पर रोजाना अपडेट करता है।

अभियोग के अनुसार लोइस बॉयड और मानिक मेहतानी पर आरोप है कि उन्होंने विभिन्न धोखाधड़ी और साजिश करके अमेरिकियों को लूटा और उनके पैसे को क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से वैध बनाने की कोशिश की। न्याय विभाग ने कहा आपराधिक आय की प्रकृति और स्रोत को छिपाने के लिए के साथ साथ निगरानी से बचाने के लिए दोनों ने साजिश से लूटी रकम का लेनदेन नियमित रूप से किया यानी अकाउंट में रुक रुक कर रकम को जमा किया और उससे क्रिप्टोकरेंसी खरीदी। इस क्रिप्टोकरेंसी को उन्होंने अपने विदेशी सह साजिशकर्ताओं के नियंत्रण में वॉलेट में निर्देशित किया था।