भारतीय-अमेरिकी को इनसाइडर ट्रेडिंग के लिए 24 महीने की जेल

कैलिफोर्निया के एक भारतीय-अमेरिकी व्यक्ति को इनसाइडर ट्रेडिंग के लिए 24 महीने जेल की सजा सुनाई गई है और साथ ही लगभग 1 मिलियन डॉलर (8.22 करोड़ रुपये) का जुर्माना भरने का आदेश दिया गया है। न्याय विभाग ने यह जानकारी पिछले सप्ताह दी है।

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ल्युमेंटम होल्डिंग्स इंक के पूर्व मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी अमित भारद्वाज ने होने वाले कॉरपोरेट सौदे से जुड़ी जानकारी निजी लाभ के लिए अपने दोस्तों को देने का अपराध किया और बाद में जांच को भटकाने का भी षड्यंत्र रचा।

न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के संयुक्त राज्य अमेरिका के अटॉर्नी डेमियन विलियम्स के अनुसार सैन रेमन के भारद्वाज (49) ने ल्यूमेंटम के नियोजित कॉर्पोरेट अधिग्रहण के बारे में अपने सहयोगियों को मूल्यवान, गैर-सार्वजनिक जानकारी देकर अपने नियोक्ता द्वारा उन पर किये गये विश्वास को तोड़ा है।

अभियोग में लगाए गए आरोपों और सार्वजनिक अदालत की कार्यवाही में दिए गए बयानों के अनुसार भारद्वाज को दिसंबर 2020 में पता चला था कि उनकी कंपनी कोहेरेंट इंक. का अधिग्रहण करने पर विचार कर रही थी। इस जानकारी के आधार पर भारद्वाज ने कोहेरेंट स्टॉक और कॉल विकल्प खरीदे और फिर तीन सहयोगियों को इसकी जानकारी दी।

इस गोरखधंधे में भारद्वाज के दोस्त धीरेनकुमार पटेल, एक अन्य दोस्त और भारद्वाज के करीबी पारिवारिक रिश्तेदारों में से एक शामिल थे। भारद्वाज की जानकारी के आधार पर तीनों ने कोहोरेंट प्रतिभूतियों में व्यापार किया। यह पहले ही तय हो चुका था कि पटेल भारद्वाज को इस व्यापार से अर्जित लाभ का 50% भुगतान करेगा। न्याय विभाग ने बताया कि जब ल्यूमेंटम अधिग्रहण की घोषणा के बाद कोहेरेंट के शेयर की कीमत में काफी वृद्धि हुई तो तीनों ने कोहेरेंट प्रतिभूतियों में अपनी स्थिति बंद कर दी और सामूहिक रूप से लगभग 900,000 डॉलर का लाभ कमाया।

कुछ महीने बाद अक्टूबर 2021 में भारद्वाज को ल्युमेंटम के नियोफोटोनिक्स कॉर्पोरेशन के संभावित अधिग्रहण के बारे में पता चला। भारद्वाज ने यह जानकारी श्रीनिवास कक्केरा, अब्बास सईदी और रमेश चिटोर को दे दी। पिछली बार की तर्ज पर इस बार भी इनसाइडर ट्रेडिंग के जरिये भारद्वाज के जानने वालों को 4.3 मिलिय डॉलर का मुनाफा हुआ और वह रकम सबमें बांट ली गई।