बचपन का सपना हुआ पूरा, अक्षय भाटिया ने जीता अपना पीजीए खिताब

भारतीय मूल के अमेरिकी अक्षय भाटिया का बचपन से ही सपना था कि वह पीजीए टूर में हिस्सा लें और सर्वश्रेष्ठ गोल्फर बनें। अब 21 साल के होने पर उनका सपना पूरा हो गया है। हाल ही में अक्षय ने कैलिफोर्निया में बाराकुडा चैंपियनशिप में पैट्रिक रॉजर्स को हराकर अपना पहला पीजीए टूर खिताब जीता है।

इस जीत के साथ अक्षय को फुल टूर का स्टेटस और फेडएक्स कप प्लेऑफ़ में स्थान मिला है। पेशेवर खिलाड़ी बनने के लगभग चार साल बाद उन्हें यह जीत मिली है। बाराकुडा भाटिया के लिए सीज़न की 18वीं शुरुआत थी और पीजीए टूर पर पेशेवर के रूप में 35वां करियर था। भाटिया इस सीज़न में 18 पीजीए टूर इवेंट में खेले हैं। वह प्यूर्टो रिको ओपन में उपविजेता रहे और चार शीर्ष 10, छह शीर्ष 25 दर्ज किए और 18 में से 13 कट लगाए।

भाटिया का जूनियर करियर शानदार रहा है। वह यूएस वॉकर कप टीम में खेलने वाले पहले हाई-स्कूलर थे। उन्होंने 2019 में 17 साल की उम्र में पेशेवर बनने का फैसला कर लिया लेकिन शुरुआत कठिन रही। उन्होंने पहली बार 2017 में राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया था जब 2017 जूनियर प्रेसिडेंट्स कप की विजेता टीम के साथ खेले। बॉयज़ जूनियर पीजीए चैंपियनशिप में भाटिया ने कई रिकॉर्ड बनाए थे

सितंबर 2019 में पेशेवर बनने पर उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही। 2019-20 के सीज़न में भाटिया छह टूर्नामेंटों में कट बनाने से चूक गए। पेशेवर बनने से ठीक पहले, भाटिया ने 2019 जोन्स कप इनविटेशनल जीता था। अब नई जीत पर अक्षय का कहना है कि मैं बहुत उत्साहित हूं। मुझे गोल्फ खेलना पसंद है। मुझे पीजीए टूर पर जाना पसंद है और इसे हासिल करना एक सपने के सच होने जैसा है लेकिन इसका सफर वास्तव में कठिन रहा है।