भारत ने मुंबई में स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की ओर से दिए गए एक सुझाव पर आपत्ति जताई है। यह सुझाव रूस के जहाजों को मुंबई पोर्ट पर अनुमति नहीं देने का था। भारत ने कहा है कि राष्ट्रीय हितों को लेकर वैश्विक भागीदारों के साथ काम करना नई दिल्ली का संप्रभु अधिकार है।
बता दें कि अमेरिका के वाणिज्य दूत ने पिछले महीने मुंबई पोर्ट अथॉरिटी को सीधे एक पत्र लिखकर कहा था कि अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते रूसी जहाजों को बंदरगाह पर डॉक करने की अनुमति न दी जाए। इसके जवाब में अथॉरिटी ने डायरेक्टरेट जनरल ऑफ शिपिंग को पत्र लिखा, जिसने विदेश मंत्रालय से दिशा-निर्देश उपलब्ध कराने के लिए कहा है।