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दुनिया का चौथा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार भारत के पास

वैश्विक महामारी कोरोना के बावजूद भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी हुई है। इस मामले में भारत से केवल चीन, जापान और स्विटरजरलैंड देश आगे हैं। अगर विदेशी मुद्रा भंडार में तेजी आ रही है तो इसका मतलब होता है कि देश में बड़े पैमाने पर FDI आ रहा है। अर्थव्यवस्था के लिए विदेशी निवेश बहुत अहम है।

आर्थिक सर्वेक्षण (इकोनॉमिक सर्वे) 2021-22 में में कहा गया है कि वैश्विक महामारी के कारण हुए सभी व्यवधानों के बावजूद पिछले दो वर्षो में भारत का भुगतान संतुलन सरप्लस में रहा। भारतीय रिजर्व बैंक का विदेशी मुद्रा भंडार 31 दिसंबर, 2021 को 634 बिलियन डॉलर था। यह 13.2 महीने के आयात के बराबर है और देश के विदेशी कर्ज से ज्यादा है।

इससे जाहिर है कि वैश्विक महामारी कोरोना के बावजूद भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी हुई है। इस मामले में भारत से केवल चीन, जापान और स्विटरजरलैंड देश आगे हैं।

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