शीर्ष अमेरिकी सांसद जो विल्सन ने भारत और अमेरिका दोनों देशों को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अधिक निकटता से सहयोग करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है। कांग्रेसी जो विल्सन ने इस सप्ताह प्रतिनिधि सभा में कहा कि निश्चित रूप से इस क्षेत्र में चीन के घातक लक्ष्यों के संबंध में दोनों देशों के लिए चिंता का विषय है। इन सत्तावादी आकांक्षाओं का मुकाबला करने के लिए साझेदारी मजबूत होनी चाहिए।

दक्षिण कैरोलिना से कांग्रेसी जो विल्सन ने कहा कि अमेरिका और भारत के संबंधों को आगे ले जाने के लिए और हमारी रणनीतिक साझेदारी की पूरी भावना को साकार करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत गणराज्य को इंडो-पैसिफिक में अधिक निकटता से सहयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वह भारत के लोगों की प्रशंसा सुनने के साथ बड़े हुए हैं क्योंकि उनके पिता फर्स्ट लेफ्टिनेंट ह्यूग विल्सन ने 1944 में अमेरिकी सेना एयर कोर फ्लाइंग टाइगर्स में सेवा की थी, जहां उन्होंने भारत के लोगों की मेहनत की सराहना की थी। विल्सन ने सभा में कहा कि अध्यक्ष महोदया दुनिया का सबसे बड़े लोकतंत्र भारत और दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच मजबूत और जीवंत संबंधों ने कानून के शासन के लिए हमारे साझा मूल्यों का प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा कि मैं दक्षिण कैरोलिना में समृद्ध भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए विशेष रूप से आभारी हूं और उनके निरंतर विकास के लिए तत्पर हूं। उनका कहना था कि साल 2014 में न्यूयॉर्क में मैडिसन स्क्वायर गार्डन में मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया था। साल 2016 में वाशिंगटन में मैं अमेरिकी कांग्रेस में प्रधानमंत्री के संबोधन के लिए एस्कॉर्ट कमेटी में था, 2019 में मैंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नई दिल्ली में लाल किले पर हिस्सा लिया था और 2019 में ह्यूस्टन में एस्ट्रोडोम में हाउडी मोदी कार्यक्रम में भी मैं प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ शामिल हुआ था।
गत 340 वर्षों में दक्षिण कैरोलिना की पहली महिला गवर्नर बनीं निक्की रंधावा हेली को लेकर विल्सन ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के सभी अप्रवासी समूहों में भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने उच्चतम प्रति व्यक्ति आय हासिल की है। मैं भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करने के लिए अटलांटा के भारत के महावाणिज्यदूत डॉ. स्वाति वी कुलकर्णी और इंडियन अमेरिकन इंटरनेशनल चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष और सीईओ केवी कुमार की सराहना करता हूं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2021 में 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर (7,78,395 करोड़ रुपये) को पार कर गया जिससे यह आर्थिक इतिहास में भारत-अमेरिका के बीच एक वर्ष के भीतर सबसे ज्यादा देखा गया है। यह 2020 से लगभग 45 फीसदी ज्यादा है जो सभी अमेरिकी व्यापार भागीदारों में सबसे बड़ी छलांग है।