कनाडा के लिए आप्रवासन प्रक्रिया पर कोरोना वायरस वैश्विक महामारी का असर पड़ा है और इसके चलते यहां आने की उम्मीद लगाए बैठे कई कनाडाई पंजाबी अधर में फंस गए हैं। कनाडा या भारत में रह रहे कई पंजाबी आप्रवासन व्यवस्था में देरी के चलते अपने परिवारों से अलग हो गए हैं।
लाखों लोगों के लिए बड़ी समस्या बन चुके इस मुद्दे को कनाडा में सांसद जसराज सिंह हल्लां ने वहां की संसद में भी उठाया था। उन्होंने इस मामले पर ट्वीट में लिखा था कि आप्रवासन बैकलॉग की संख्या 18 लाख है। यह केवल संख्या नहीं है, ये वो परिवार हैं जो अभी भी अपने परिजनों से अलग हैं।