अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत के आर्थिक विकास दर का अनुमान 0.8 प्रतिशत घटाकर 7.4 प्रतिशत कर दिया है। पहले उसने भारत की अर्थव्यवस्था में 8.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया था।
हालांकि इसके बावजूद दुनिया के तमाम बड़े देशों में भारत की स्थिति मजबूत बताई गई है। आईएमएफ ने इस कटौती की प्रमुख वजह यूक्रेन युद्ध, उच्च मुद्रास्फीति, मौद्रिक नीतियों में सख्ती और मंदी की आहट को बताया है। अमेरिका, चीन व यूरोपीय देशों में वृद्धि दर थमने का भी हवाला दिया है।