भारत में दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में मास्टर और दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक करने वाले कृष्णा श्रीनिवासन को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का एशिया एवं प्रशांत विभाग (एपीडी) का नया निदेशक नियुक्त किया है। वह 22 जून से कार्यभार संभालेंगे। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जिएवा ने बुधवार को कृष्णा श्रीनिवासन की नई नियुक्ति की घोषणा की।
भारतीय नागरिक श्रीनिवासन के पास आईएमएफ में काम करने का 27 साल से अधिक का अनुभव है। वह वर्तमान में एपीडी में उप निदेशक पद पर कार्यरत हैं, जहां वह चीन और कोरिया जैसे कई बड़े और फिजी-वानुअतु जैसे प्रशांत के छोटे देशों में विभाग के कार्यों की देखरेख करते हैं। वह चंग्योंग री की जगह लेंगे। मुद्रा कोष ने 23 मार्च को चंग्योंग री के रिटायर होने संबंधी घोषणा की थी।
आईएमएफ की प्रबंध निदेशक जॉर्जिएवा ने श्रीनिवासन की तारीफ करते हुए कहा कि कि कृष्णा हमारे मुद्रा कोष परिवार के एक बेहद सम्मानित सदस्य हैं। उन्होंने मुद्रा कोष में अपने कार्यकाल के दौरान हमारे मिशन में कई महत्वपूर्ण एवं अभिनव योगदान दिए हैं। भारतीय नागरिक श्रीनिवासन का आईएमएफ में 27 साल का लंबा अनुभव रहा है। उन्होंने 1994 में आर्थिक कार्यक्रम के जरिये अपना करियर शुरू किया था। उनकी नियुक्ति वैश्विक स्तर पर उनके रिकार्ड और नेतृत्व क्षमता को देखकर की गई है। उन्होंने अफ्रीकी, यूरोपीय, मुद्रा और कैपिटल मार्केट विभाग के साथ-साथ नीति और समीक्षा एवं पश्चिमी गोलार्द्ध विभाग का दायित्व बखूबी निभाया है। उन्होंने श्रीनिवासन को एक रणनीतिक विचारक, खोजकर्ता और लोक प्रबंधक बताया।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में शामिल होने से पहले श्रीनिवासन इंडियाना-पर्ड्यू विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र और अंतर्राष्ट्रीय वित्त के सहायक प्रोफेसर थे। साथ ही श्रीनिवासन अमेरिका में विश्व बैंक और नई दिल्ली में योजना आयोग के सलाहकार रह चुके हैं। कृष्णा ने आर्थिक और रणनीतिक विचारक के रूप में भी अपनी पहचान बनाई है। एशिया, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन, जलवायु और अन्य आर्थिक- विकास के मुद्दों पर उनका व्यापक शोध पुस्तकों, अकादमिक पत्रिकाओं और मीडिया में प्रकाशित हो चुका है।