बॉर्डर खुलते ही वीजा के लिए मारामारी, ऑस्ट्रेलिया ने भारतीयों को दी यह सलाह

कोविड-19 महामारी का असर कम होने के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमाएं जैसे खुलनी शुरू हुई, वीजा आवेदनों की बाढ़ सी आ गई । यह न केवल वीजा क्लियरेंस करने वाले अधिकारियों के लिए सिरदर्द बन गया है बल्कि उन लोगों की भी मुश्किलें बढ़ा रहा है जिनका पढ़ाई, नौकरी और दूसरे कारणों से विदेश जाना बेहद जरूरी है। यही हाल इन दिनों ऑस्ट्रेलिया के वीजा का आवेदन देने वाले भारतीयों का भी है। उधर, आवेदकों को हो रही समस्या को देखते हुए ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त ने अडवाइजरी जारी की है।

ऑस्ट्रेलिया जाने वाले भारतीयों के सामने है वीजा की मुश्किलें

भारत में तैनात ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी ओ'फेरेल ने ट्विटर का सहारा लेते हुए भारतीय आवेदकों विशेषकर स्टूडेंट्स से अपील की है कि वे बिना अप्रूवल के टिकट न खरीदें। नए अकादमिक सत्र की शुरुआत होने और कक्षाओं के ऑनलाइन से ऑफलाइन मोड में जाने की वजह भारतीय स्टूडेंट्स ऑस्ट्रेलिया जाने की होड़ में लगे हुए हैं। लेकिन मांग ज्यादा होने की वजह से वीजा को मंजूरी मिलने में समय लग रहा है।

...ताकि बिना अप्रूवल टिकट न खरीद लें

फेरेल ने इन स्टूडेंट्स की समस्या को समझते हुए ट्वीट किया, 'क्या आप अपनी यूनिवर्सिटी के दूसरे सत्र में हिस्सा लेने के लिए ऑस्ट्रेलिया जाने की योजना बना रहे हैं। तो आप जितना जल्दी हो सके वीजा के लिए आवेदन दे दें। ऑस्ट्रेलिया की सीमा दोबारा खोले जाने की वजह से भारत में मांग बढ़ गई है, जिससे वीजा की प्रक्रिया प्रभावित हो रही है और इसमें वक्त लग रहा है।' हालांकि, जिन लोगों ने पहले आवेदन दे रखे हैं उन्हें ही मंजूरी नहीं मिल पाई है। फेरेल ने स्टूडेंट्स से अपील करते हुए लिखा, 'जब तक आपको यात्रा की अनुमति नहीं मिल जाती, तब तक टिकट न खरीदें और न ही अपनी यात्रा संबंधित कोई प्रबंध करें।'

इनके लिए है बड़ी राहत

यात्रियों की चिंता को ध्यान में रखते हुए ऑस्ट्रेलिया का गृह विभाग वीजा के संबंध में अपडेट दे रहा है। गृह विभाग वैसे आवेदकों को प्राथमिकता दे रहा है जो सीमा बंद हो जाने के कारण लंबित हो गए थे।   गृह विभाग ने कहा, 'हमने ऐसे कई ऐसे वीजा आवेदनों को मंजूरी दी है जो कि सीमा बंद होने के कारण लंबित थे। सीमा खुलते ही ऐसे ही आवेदनों को मंजूरी दी जा रही है।' चूंकि पहले से लंबित वीजा की संख्या ही बहुत ज्यादा है ऐसे में नए यात्रियों को मंजूरी देना कठिन हो गया है।

गृह विभाग का कहना है कि आवेदकों की  संख्या, अत्यधिक मांग, पेचीदा मामलों, अधूरे आवेदनों के कारण मंजूरी की प्रक्रिया में ज्यादा वक्त लगता है। विभाग ने वीजा के इच्छुक लोगों से अपील की है कि वे अधूरे आवेदन न दें और पर्याप्त दस्तावेजों के साथ ही आगे बढ़ें।