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छात्रों के मसले पर क्या भारत की इस मांग को पूरा करेगा ऑस्ट्रेलिया?

दोनों देशों के बीच चल रहा ट्रैड अभी तक ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में रहा है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार वित्त वर्ष 2020-21 में 12.3 बिलियन अमरीकी डालर यानी 92,718 करोड़ रुपये रहा, जबकि 2019-20 में 12.63 बिलियन अमरीकी डालर यानी 95,206 करोड़ रुपये था।

भारत और ऑस्ट्रेलिया भारतीय छात्रों को तीन से पांच साल की अतिरिक्त अवधि के लिए वीजा बढ़ाने की अनुमति देने की संभावना पर चर्चा कर रहे हैं। दरअसल ऑस्ट्रेलियाई व्यापार मंत्री डैन तेहान इन दिनों भारत में हैं और वह दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने और छात्रों व पर्यटकों के लिए ऑस्ट्रेलिया को एक प्रीमियम गंतव्य के रूप में बनाने के उद्देश्य से प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए वार्ता को आगे बढ़ा रहे हैं।

मिली जानकारी के अनुसार ऑस्ट्रेलिया में भारतीय छात्रों और पेशेवरों के लिए आसान वीजा पहुंच नई दिल्ली की एक प्रमुख मांग है और दोनों पक्ष 2022 के अंत तक एक लंबे समय से लंबित एफटीए को अंतिम रूप देने के लिए सहमत हुए हैं। एफटीए यानी ​फ्री ट्रेड एग्रीमेंट जिसे आधिकारिक तौर पर सीईसीए यानी कम्प्रेहैन्सिव इकनोमिक कोऑपरेशन एग्रीमेंट कहा जाता है।

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