ऐसा क्या हुआ अंशुमान के साथ कि सबसे कम उम्र में पार किया नॉर्थ चैनल

इतिहास बनाने से कुछ वक्त पहले तक अंशुमान झिंगरन भी छोटी दूरी का एक सामान्य तैराक था। मगर एक सामान्य सी घटना ने न केवल उसे अपना लक्ष्य बदलने के लिए बाध्य कर दिया अपितु एक इतिहास बनाने की ओर अग्रसर भी कर दिया।

जी हां, हम बात उसी भारतीय युवक अंशुमान झिंगरन की कर रहे हैं, जिसने बीती 17 जुलाई को सबसे कम उम्र में नॉर्थ चैनल पार कर इतिहास रचा। उत्तरी आयरलैंड से स्कॉटलैंड की दूरी 35 किलोमीटर है। इस दूरी को झिंगरन ने महज 18 साल और 125 दिन की उम्र में नाप दिया।

अंशुमान बताते हैं- कोविड महामारी के दौरान साइकिल पर मैं एक दुर्घटना का शिकार हो गया था। इस हादसे में मेरी बायीं बांह और कलाई टूट गई थी। तब सब कुछ असहज लगने लगा। जब चोट से उबरने की कोशिश कर रहा था, तभी कोच गोकुल कामथ ने पूछा कि क्या खुले पानी में तैरने का इरादा है? मैं हमेशा तैराकी में कुछ करना चाहता था। हालांकि यह मेरे लिए बहुत नया था पर मुझे पता था कि मेरे कोच हर कदम पर मेरा साथ देंगे। लिहाजा मैंने नये लक्ष्य हो हासिल करने के लिए हामी भर दी।

ओशंस सेवन चुनौती के हिस्से के रूप में अंशुमान की यह पहली तैराकी भी थी, जिसमें सात सबसे कठिन खुले जल क्रॉसिंग शामिल हैं। longswims.com के अनुसार अतीत में केवल 24 तैराकों ने ही इसे पूरा किया है। अंशुमान के मुताबिक ईमानदारी से कहूं तो मुझे इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि मैं चैनल क्रॉसिंग के लिए छलांग लगा रहा हूँ। मैंने सोचा कि यह 10 किमी की छोटी 'दौड़' होगी। पर मुझे प्रतिस्पर्धा पसंद है।

वह कहते हैं कि लहरें तैराकी के लिए बहुत अलग परिस्थितियां प्रस्तुत करती हैं। फिर ऐसे समय भी आते हैं जब आप सुदूर लक्ष्य देख सकते हैं लेकिन ज्वार ऐसा होता है कि अंततः वहां तक ​​पहुंचने में बहुत समय लग जाता है। यदि आप मुझसे पूछें तो असली संघर्ष जेलिफ़िश से निपटना होता है। उसका दंश दर्दनाक होता है। और वही एक कड़वा अनुभव भी रहा।

झिंगरन हर दिन औसतन पूल में पांच घंटे बिताता था और सप्ताह में एक बार छह घंटे तैराकी। इवेंट के करीब उसने 12 घंटे का प्रयास किया। रात भर तैरकर 40 किमी की दूरी तय की। नॉर्थ चैनल के ठंडे पानी के हिसाब से अपने शरीर को तैयार करने के लिए वह हर हफ्ते दो बार आइस बाथ (बर्फ स्नान) भी करता था। बहरहाल, इस तरह की तैयारी और अंतिम छलांग लगाने से पहले ऊपर वाले को याद करके मिली शक्ति से अंशुमान ने इतिहास रच दिया।