भारत के पंजाब के रहनेवाले हरजिंदर कुमार की हांगकांग में मौत हो गई। हरजिंदर को 2013 में एक एजेंट ने हांगकांग के रास्ते ऑस्ट्रेलिया भेजा था, लेकिन हांगकांग पहुंचने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। करीब 4 साल पहले वह जेल से छूटकर बाहर आया था। अब बीमारी के चलते हांगकांग में उसकी मौत हो गई है। भारत में उसके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। परिवार ने स्थानीय विधायक से हरजिंदर के शव को वापस लाने में मदद की गुहार लगाई है।
हरजिंदर के भाई हरदीप कुमार ने दैनिक ट्रिब्यून अखबार को बताया कि हरजिंदर पंजाब के होशियारपुर जिले के दौलोवाल का रहने वाला था। जालंधर के एक एजेंट ने 2013 में उसे ऑस्ट्रेलिया भेजने का वादा किया था। हरजिंदर को यहां से भेज भी दिया गया था, लेकिन जब वह हांगकांग पहुंचा तो रास्ते में ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। लंबे समय तक उसका कुछ पता नहीं चला कि वह कहां है। करीब 4 साल पहले वह जेल से छूटकर बाहर आया। लेकिन हांगकांग में ही रहकर गुजर-बसर करने लगा।
हरदीप ने बताया कि हरजिंदर की तबीयत पिछले कुछ समय से खराब चल रही थी। उसे कुछ समय के लिए अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था। अब हमें उसकी मौत की खबर मिली है। हरजिंदर की पत्नी के अलावा दो बेटियां और एक बेटा है। हरदीप ने कहा कि हमने विधायक डॉ. रवजोत सिंह से हरजिंदर के शव को वापस भारत लाने में मदद की गुहार लगाई है। विधायक ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है।
गांव के सरपंच रंजीत खोखर ने कहा कि हरजिंदर के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। वह बड़ी मुश्किल से जिंदगी की गाड़ी खींच रहे हैं। उन्होंने केंद्र और पंजाब सरकार से हरजिंदर के शव को वापस लाने में पीड़ित परिवार की मदद करने की मांग की है।