ऑस्ट्रेलिया से 'मिले' हनुमान, इटली से बुद्ध और कनाडा से आईं अन्नापूर्णां
पिछले सालों में लगातार ऐसी खबरें आ रही हैं कि भारत से चोरी की गई बहुमूल्य प्रतिमाएं या तो वापस लाई जा रही हैं या उनके वापस आने का रास्ता साफ हो चुका है। भारत सरकार ने बताया है कि हाल ही में चोल वंश से संबंधित भगवान हनुमान की चोरी की गई मूर्ति को ऑस्ट्रेलिया से वापस लाया गया है। ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में भारतीय उच्चायुक्त को यह मूर्ति सौंपी गई थी। इसके बाद फरवरी 2023 में इस मूर्ति को भारत लाया गया था।
𝗧𝗵𝗲 𝗿𝗲𝗽𝗮𝘁𝗿𝗶𝗮𝘁𝗶𝗼𝗻 𝗼𝗳 𝗼𝘂𝗿 𝗿𝗶𝗴𝗵𝘁𝗳𝘂𝗹 𝗮𝗿𝘁𝗲𝗳𝗮𝗰𝘁𝘀 𝗯𝘆 @narendramodi 𝗚𝗼𝘃𝘁 𝗰𝗼𝗻𝘁𝗶𝗻𝘂𝗲𝘀:
— G Kishan Reddy (@kishanreddybjp) April 24, 2023
The metal idol of Lord Hanuman that was stolen from a Vishnu Temple, Shri Varatharaja Perumal, Pottaveli Vellur, Ariyalur Dist., pic.twitter.com/CVNSzc1ylW
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यह मूर्ति भारत के तमिलनाडु के एक मंदिर से चोरी की गई थी। यह राज्य के अरियालुर जिले के पोट्टावेली वेल्लूर के श्री वरथराजा पेरूमल स्थित भगवान विष्णु के मंदिर से चुराई गई थी। भारत सरकार ने इस मूर्ति को तमिलनाडु सरकार की मूर्ति विंग को सौंप दिया है। यह चोल साम्राज्य यानी 14वीं-15वीं शताब्दी से संबंधित है।
We are constantly working towards ensuring our prized heritage comes back home. https://t.co/35nK2dCW8R
— Narendra Modi (@narendramodi) April 25, 2023
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने बताया कि भारत सरकार देश के भीतर देश की पुरातन विरासत को सुरक्षित रखने की दिशा में काम कर रही है। अतीत में अवैध रूप से विदेश ले जाई गईं बहुमूल्य मूर्तियों आदि को वापस लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। अभी तक 251 प्राचीन काल की वस्तुओं को विभिन्न देशों से वापस लाया गया है। इनमें से 238 को साल 2014 से वापस लाया गया है।
बता दें कि इससे पहले बुद्ध की एक मूर्ति इटली से मिली थी। इस मूर्ति को बिहार से 20 साल पहले चुराया गया था। इसके अलावा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने मन की बात कार्यक्रम के 29वें एपिसोड में एक ऐसी ही मूर्ति का जिक्र किया था। उन्होंन कहा था कि एक सदी पहले भारत से चोरी की गई देवी अन्नपूर्णा की मूर्ति को कनाडा से वापस लाया जाएगा। यह मूर्ति वाराणसी से साल 1913 के आसपास चोरी हुई थी और तस्करी कर कनाडा भेज दी गई थी।