पंजाब सरकार ने विदेश में रहने वाले भारतीयों के लिए अपनी मातृभूमि से जुड़ी यादों को फिर से ताजा करने एक योजना तैयार की है। इसके तहत राज्य सरकार विदेश में बस गए पंजाबी मूल के वरिष्ठ नागरिकों की मेजबानी करेगी। उन्हें ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के स्थलों का दौरा कराएगी। उनसे रहने-खाने का कोई पैसा भी नहीं लिया जाएगा। इसके अलावा, एक अलग योजना के तहत बुनियादी ढांचा निर्माण की सरकार की योजनाओं में योगदान देने वालों को उनके पूर्वजों के नाम के पत्थर लगवाने की सुविधा दी जाएगी।
पंजाबी मूल के एनआरआई को अपनी पुरानी यादों को फिर से ताजा करने का मौका देने की योजना सरकार के एनआरआई मामलों के विभाग द्वारा संचालित की जाएगी। इसके तहत 60 साल से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों को स्वर्ण मंदिर, तख्त केशगढ़ साहिब, विरासत-ए-शालसा, जलियांवाला बाग और वाघा बॉर्डर जैसे दर्शनीय स्थलों की यात्रा कराई जाएगी। इस दौरान रहने और खाने-पीने की व्यवस्था सरकार की तरफ से कराई जाएगी। नागरिकों को पंजाब अपने खर्च पर पहुंचना होगा।