2020 ग्लोबल पीस इंडेक्स (2020 GLobal Peace Index) की सूची में भारत ने तीन स्थानों की छलांग लगाई है। अंतरराष्ट्रीय थिंक टैंक इंस्टीट्यूट फॉर इकनॉमिक्स एंड पीस (IEP) की एक रिपोर्ट के अनुसार 165 देशों की इस लिस्ट में भारत अब 135वें स्थान पर पहुंच गया है। शांति के मामले में इंडेक्स में भारत को निचली श्रेणी में रखा गया है।
यह लिस्ट 23 मानकों को ध्यान में रखकर तैयार की जाती है। इनमें घरेलू व अंतरराष्ट्रीय विवाद, समाज में सुरक्षा व सिक्योरिटी और सैन्यीकरण के स्तर आदि भी शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल में भारत ने कुल शांतिपूर्णता में 1.4 फीसदी की बेहतरी दर्ज की है। इसके पीछे की मुख्य वजह चल रहे संघर्षों में आई स्थिरता है।
हालांकि देश में हिंसक अपराधों और आपराधिक संकेतों की समझ में इजाफा हुआ है। रिपोर्ट में कमजोर अर्थव्यवस्था, कोविड-19 वैश्विक महामारी की वजह से आई राजनीतिक अस्थिरता और लगातार जारी सामुदायिक हिंसा की घटनाएं इस इंडेक्स में भारत की कमजोर स्थिति के लिए जिम्मेदार बताया गया है।
इंडेक्स के अनुसार आइसलैंड दुनिया का सबसे शांतिपूर्ण देश है। यह देश साल 2008 से पहले स्थान पर बना हुआ है। दूसरे स्थान पर न्यूजीलैंड, तीसरे पर आयरलैंड, चौथे पर डेनमार्क और पांचवें स्थान पर ऑस्ट्रिया है। इस लिस्ट के टॉप 10 देशों में से सात यूरोप में स्थित हैं। तुर्की इस क्षेत्र का अकेला देश है जो इंडेक्स के शीर्ष आधे देशों से बाहर है।
अमेरिका को इस लिस्ट में 129वां स्थान मिला है। साल 2008 के बाद से यह इसकी सबसे निचली रैंक है। इसके पीछे अमेरिका में नागरिक अस्थिरता को वजह बताया गया है। वहीं लगातार पांचवें साल अफगानिस्तान सबसे कम शांतिपूर्ण देश बना हुआ है। इसके बाद यमन, सीरिया, रूस और दक्षिणी सूडान आते हैं। दक्षिण एशियाई देशों में भूटान सबसे ऊपर है। इंडेक्स में इसे 19वां स्थान मिला है। भूटान के बाद नेपाल 73वें स्थान पर, श्रीलंका 90वें स्थान पर और बांग्लादेश 96वें स्थान पर रहा। पाकिस्तान को इस इंडेक्स में 147वां स्थान मिला है।