जर्मनी ने प्रवासियों को स्थायी रिहाइश देने की दिशा में अहम कदम उठाया है। लंबे समय तक टिके रहने की अनुमति के बगैर कई बरसों से जर्मनी में रह रहे हजारों लोग अब वहां स्थायी रूप से रह पाएंगे। सरकार ने नए प्रवासी बिल को पास कर दिया है। नया कानून जर्मनी में पांच साल से रह रहे करीब 136 हजार लोगों पर मान्य होगा।
नया कानून बुधवार को पारित किया गया। इसके अनुसार जो लोग स्थायी निवास के पात्र हैं, पहले वे एक साल के लिए आवेदन कर सकते हैं और बाद में स्थायी रूप से रहने की मांग कर सकते हैं। हालांकि इसकी कुछ शर्तें हैं। जैसे कि वे इतना कमाते हों के जर्मनी में स्वतंत्र रूप से रह सकें। जर्मन बोल पाते हों और साथ ही इस बात के भी प्रमाण पेश कर सकें कि वे एक बेहतर तरीके से एकजुट समाज का हिस्सा हैं। 27 साल की उम्र वाले लोग जर्मनी में स्थायी रूप से रहने के लिए आवेदन कर सकते हैं बशर्ते कि वे तीन साल देश में रह चुके हों।
इंटीरियर मिनिस्टर नैंसी फेजर ने इस बारे में पत्रकारों से अपनी बात साझा की। नैंसी ने कहा कि उन लोगों के लिए हमारे मुल्क में बेहतर अवसर हैं जो एकजुट रहते हैं। इसके साथ नए कानून के माध्यम से हम उन लोगों के लिए अफसरशाही और अनिश्चितता का भी अंत करना चाहते हैं जो हमारे समाज का हिस्सा बन चुके हैं। नए बिल जर्मनी में शरणार्थियों के लिए भी राहत देने वाला है।
अब तक जर्मनी में लैंग्वेज क्लास करने की अनुमति केवल उन लोगों को थी जिनकी शरण का आधार वास्तविक लगता था। अब शरण चाहने वाले सभी आवेदनकर्ता भाषाई कक्षाओं में दाखिला ले सकते हैं। कुशल श्रमिकों के लिए भी नया कानून कुछ आजादी देने वाला है। मिसाल के तौर पर सूचना तकनीक से जुड़े और इसी तरह के अन्य पेशेवर जिनकी जर्मनी में बहुत जरूरत है अब परिवार के साथ यहां आ सकते हैं। पहले इसकी इजाजत नहीं थी। परिवार के सदस्यों के लिए भाषाई कौशल की भी बाध्यता नहीं रहेगी। नैंसी ने बताया कि हम चाहते हैं कुशल श्रमिक जल्द से जल्द जर्मनी आएं और अपने पांव जमाएं।