कभी भारत में मंदिर के बाहर बेचते थे फूल व पूजा-सामग्री, अब ऑस्ट्रेलिया में मिला ये विशेष पुरस्कार

एक समय था जब अंगराज खिल्लन बचपन में भारत के मंदिर के बाहर फूल और पूजा-पाठ का सामान बेचा करते थे। वह ये काम इसलिए करते थे ताकि मेडिकल की पढ़ाई के लिए किताबें खरीद सकें। इसके बाद किस्मत चमकी और 2010 में वह ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न आ गए। अब खिल्लन को साल 2023 के विक्टोरियन ऑस्ट्रेलियन ऑफ द इयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।

राज खिल्लन ने स्वास्थ्य के बारे में फैली भ्रांतियों और गलत सूचनाओं को दूर करने के लिए HASA की स्थापना की है।

विक्टोरिया की गवर्नर लिंडा मैरियन डेसौ ने गवर्नर हाउस में खिल्लन को यह सम्मान प्रदान दिया। 56 साल के अंगराज खिल्लन, जिन्हें लोग राज खिल्लन के नाम से जानते हैं, मेलबर्न में बाल रोग चिकित्सक हैं। उन्हें हेल्थकेयर अवेयरनेस सोसायटी ऑफ ऑस्ट्रेलिया (HASA) की स्थापना करके बहु-सांस्कृतिक समुदाय की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के निदान में उल्लेखनीय योगदान के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।