विदेशी निवेशकों का भारत के शेयर बाजारों से मोहभंग! रेकॉर्ड तोड़ रकम निकाली

विदेशी निवेशकों का भारतीय शेयर बाजार से पिछले छह महीने में तगड़ा मोहभंग हुआ है। इस साल जनवरी से जून के बीच विदेशी संस्‍थागत निवेशकों (FII) ने शेयर बाजार से 2.2 लाख करोड़ रुपये की रकम निकाली है। डाटा बताता है कि जून के महीने में इन निवेशकों ने रिकॉर्ड 50,203 करोड़ रुपये निकाले। ये रकम कितनी बड़ी है, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि 2008 में पूरे साल में 52,987 करोड़ रुपये निकाले गए थे।

विदेशी संस्थागत निवेशकों के इस मोहभंग की बड़ी वजह अमेरिका में यूएस फेड द्वारा दर में आक्रामक वृद्धि और पिछले छह महीनों से उच्च मुद्रास्फीति की स्थिति है। Photo by Firmbee.com / Unsplash

विदेशी संस्थागत निवेशकों के इस मोहभंग की बड़ी वजह अमेरिका में यूएस फेड द्वारा दर में आक्रामक वृद्धि और पिछले छह महीनों से उच्च मुद्रास्फीति की स्थिति है। भारतीय शेयर बाजारों से लगातार निकासी का असर रुपये के अवमूल्यन के रूप में सामने आया है। पिछले हफ्ते डॉलर के मुकाबले रुपया 79 के स्तर को पार कर गया था। ऐसा पहली बार हुआ था।

बाजार के जानकारों का कहना है कि अभी कुछ समय तक विदेशी निवेश को लेकर इसी तरह की स्थिति रहेगी। उनका कहना है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा अपनी मौद्रिक नीतियों को सख्‍त करने, भूराजनीतिक तनाव और वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था में मंदी की आशंकाओं के कारण विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजारों पैसा खींच रहे हैं। विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार से मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के बीच करीब 1.07 लाख करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं।

मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर हिमांशु श्रीवास्तव का कहना है कि पैसा निकासी के मामले में दूसरे उभरते बाजारों की तुलना में भारत सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उनका मानना है कि भारत के प्रति व्यापक धारणा नकारात्मक रही, जिससे विदेशी निवेशक इक्विटी पर काफी सतर्कता के साथ आगे बढ़ रहे हैं।