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सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भारत-यूके ने किया चौथा हेल्थकेयर सम्मेलन

मंडाविया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए आयुष कार्यक्रम की चर्चा करते हुए कहा कि आने वाले वक्त में आयुष वीजा की मदद से लोग विशेष स्वास्थ्य उपचार के लिए भारत की यात्रा कर सकेंगे और भारत की सरकार द्वारा अनुमोदित पारंपरिक दवाओं का अनुभव कर सकेंगे।

भारत-यूके हेल्थकेयर सम्मेलन का चौथा संस्करण 12 मई को लंदन के रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियन (RCP) में आयोजित किया गया। यह आयोजन यूके के अंतरराष्ट्रीय व्यापार विभाग और भारतीय उच्चायोग के सहयोग से था। यूके में भारत के उच्चायुक्त गायत्री इस्सर कुमार ने दोनों देशों के बीच पहल और सहयोग के लिए द्विपक्षीय एजेंडा पर जोर देते हुए संगोष्ठी को संबोधित किया।

गायत्री ने यूके के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद की भारत की आगामी यात्रा का भी संकेत दिया है।

गायत्री इस्सर ने कहा कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के नई दिल्ली के दौरे पर हुई बातचीत में दोनों प्रधानमंत्रियों ने स्वास्थ्य सेवा को फिर से प्राथमिकता में रखने का काम किया है। कोविड के लिए तैयार रहने, वैश्विक क्लिनिकल परीक्षण, रोगाणुरोधी प्रतिरोध पर एक नई साझेदारी, डिजिटल स्वास्थ्य, संबंधित प्रौद्योगिकियों और इस वर्ष में ही स्वास्थ्य और जीवन विज्ञान पर एक मंत्रिस्तरीय संवाद के आयोजन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता इस बात का प्रतीक है।

गायत्री ने यूके के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद की भारत की आगामी यात्रा का भी संकेत दिया, जिसे पहले कोविड-19 महामारी के कारण कई बार स्थगित किया जा चुका है। गायत्री इस्सर कुमार ने कहा कि एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का विकास और वितरण इस बात का उदाहरण है कि कैसे संयुक्त ताकत बड़ी से बड़ी समस्या को हल कर सकती हैं।

भारत सरकार में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया। (फोटो: यूट्यूब लाइव)

वैसे तो भारत सरकार में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया अन्य व्यस्तताओं के कारण कार्यक्रम से दूर थे लेकिन उन्होंने सम्मेलन में एक वीडियो संदेश दिया। उन्होंने रेखांकित किया कि दो प्रमुख देशों की घनिष्ठ साझेदारी से आने वाले समय में भी स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में अधिक शोध और नवाचार के लिए एक मजबूत मंच मिलेगा। मंडाविया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए आयुष कार्यक्रम की चर्चा करते हुए कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि आने वाले वक्त में आयुष वीजा की मदद से लोग विशेष स्वास्थ्य उपचार के लिए भारत की यात्रा कर सकेंगे और भारत की सरकार द्वारा अनुमोदित पारंपरिक दवाओं का अनुभव कर सकेंगे।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत-ब्रिटेन हेल्थकेयर सम्मेलन के माध्यम से 'हील इन इंडिया' और 'हील बाय इंडिया' के लिए एक रणनीतिक रोडमैप की रूपरेखा तैयार की जाएगी। बता दें कि RCP भारतीय डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों को यूके में प्रशिक्षण का अनुभव करने के लिए कई अवसर प्रदान कर रहा है। उम्मीदवारों को चुनने के लिए लिखित परीक्षा के लिए उनके पास भारत में 34 लोकेशन हैं जो दुनिया के किसी भी देश में सबसे अधिक हैं।

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