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इस प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप के लिए चुने गए 58 छात्रों में चार भारतीय-अमेरिकी भी

2022 ट्रूमैन स्कॉलरशिप के लिए चुने गए छात्रों में चार भारतीय अमेरिकी छात्र अवि गुप्ता, भव जैन, अमीषा ए कंबठ और एशिका कौल हैं। साल 1975 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति हैरी एस ट्रूमैन ट्रूमैन के जीवंत स्मारक के रूप में कांग्रेस ने इस स्कॉलरशिप की शुरुआत की थी।

चार भारतीय अमेरिकी कॉलेज छात्रों को इस साल ट्रूमैन स्कॉलरशिप (Truman Scholarship) के लिए चुना गया है। बता दें कि यह संयुक्त राज्य अमेरिका में सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए एक प्रमुख और प्रतिष्ठित ग्रेजुएट स्कॉलरशिप है।

2022 ट्रूमैन स्कॉलरशिप के लिए 53 अमेरिकी कॉलेज और विश्वविद्यालयों के 58 छात्रों को चुना गया है। इनमें शामिल चार भारतीय अमेरिकी छात्र अवि गुप्ता, भव जैन, अमीषा ए कंबठ और एशिका कौल हैं। हैरी एस ट्रूमैन स्कॉलरशिप फाउंडेशन ने हाल ही में इसका एलान किया था।

इस स्कॉलरशिप के लिए चुने जाने वाले छात्रों को उनकी स्नातक की पढ़ाई, नेतृत्व प्रशिक्षण, करियर काउंसिलिंग और विशेष इंटर्नशिप के लिए राशि उपलब्ध कराई जाती है। इसके अलावा इन छात्रों को संघीय सरकार के साथ फेलोशिप करने के अवसर भी उपलब्ध कराए जाते हैं।

साल 1975 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति हैरी एस ट्रूमैन ट्रूमैन की याद में इस स्कॉलरशिप की शुरुआत हुई थी।

साल 1975 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति हैरी एस ट्रूमैन ट्रूमैन के जीवंत स्मारक के रूप में कांग्रेस ने इस स्कॉलरशिप की शुरुआत की थी। यह स्कॉलरशिप अगली पीढ़ी के सार्वजनिक सेवा क्षेत्र के नेताओं का समर्थन करके और प्रेरणा देकर उनकी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित है।

फाउंडेशन के कार्यकारी सचिव डॉ. टेरी बैबकॉक ल्युमिश ने कहा कि हमें विश्वास है कि ये 58 नए ट्रूमैन स्कॉलर अपनी पीढ़ी की चुनौतियों का मिलकर सामना करेंगे। डॉ. टेरी को भी साल 1996 में ट्रूमैन स्कॉलरशिप के लिए चुना गया था।

इस प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप के लिए चुने वाले भारतीय अमेरिकी छात्रों में से अवि गुप्ता ओरेगॉन के रहने वाले हैं। वह स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में अमेरिकी राजनीति और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में विशेषज्ञता के साथ कंप्यूटर साइंस और पॉलिटिकल साइंस की पढ़ाई कर रहे हैं।

भव जैन मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के छात्र हैं और ग्लोबल हेल्थकेयर डिलिवरी के क्षेत्र में रुचि रखते हैं। वह फिजिशियन-पॉलिसी मेकर बनना चाहते हैं और क्लीनिक केयर के क्षेत्र में क्रांति लाना चाहते हैं।

कैलिफोर्निया की अमीषा ए कंबठ हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से सोशल स्टडीज और इकनॉमिक्स की पढ़ाई कर रही हैं। वह आपराधिक न्याय व्यवस्था में विशेष रुचि रखती हैं। वहीं, न्यू जर्सी की रहने वाली एशिका कौल वेलेस्ली कॉलेज की छात्रा हैं और इकनॉमिक्स की पढ़ाई कर रही हैं।

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