तीन साल की देरी के बाद भारत के चार प्रमुख हवाई अड्डे पर अगले साल मार्च के महीने में बोर्डिंग पास के रूप में फेस स्कैन का उपयोग शुरू हो जाएगा। इन चार प्रमुख हवाई अड्डों में वाराणसी, पुणे, कोलकाता और विजयवाड़ा हवाई अड्डे शामिल हैं। यहां चेहरे की पहचान के लिए प्रौद्योगिकी आधारित बायोमेट्रिक बोर्डिंग सिस्टम लगाए जाएंगे।
यह जानकारी भारत के नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वीके सिंह द्वारा लोकसभ में दी गई है। उन्होंने बताया कि 'डिजी यात्रा' का यह कार्य देश के विभिन्न हवाई अड्डों पर चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इस काम के लिए एनईसी कॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड को जिम्मेदारी दी गई है। इसका फायदा पेपरलेस हवाई यात्रा को बढ़ावा देना है और हवाई अड्डे में प्रवेश करने से लेकर विमान में चढ़ने तक एक सहज यात्रा मुहैया कराना है।