ऐसे लोगों को जिनका एफ-1 वीजा (F-1 Visa) आवेदन पहले रद्द हो चुका है, उन्हें आगामी सत्र में आवेदन प्रक्रिया शुरू होने पर मौका नहीं दिया जाएगा। यह जानकारी अमेरिकी दूतावास में कांसुलर मामलों के मंत्री काउंसलर डोनाल्ड एल हेफ्लिन ने दी है।
दिल्ली में यूएस कौंसुलेट जनरल के वेब पेज पर बुधवार को 45 मिनट की लाइव चैट के दौरान हेफ्लिन ने कहा कि गर्मियों के सत्र में छात्रों के लिए वीजा आवेदन की प्रक्रिया जून में शुरू होगी और जुलाई के दूसरे सप्ताह तक चलेगी। हम चाहते हैं कि यह सत्र नए आवेदकों के लिए हो।
हेफ्लिन ने कहा, 'इस बार अपॉइंटमेंट की शुरुआत होने पर अगर आपको पहले वीजा देने से इनकार किया जा चुका है तो आपको मौका नहीं मिलेगा। इस बार हम ऐसे लोगों को मौका देंगे जिन्होंने कभी आवेदन नहीं किया है, ऐसे छात्र भी, जो पढ़ाई के लिए बाहर जाना चाहते हैं।'
उन्होंने कहा कि 15 अगस्त से एक सितंबर तक ऐसे लोगों के लिए करीब 15,000 अपॉइंटमेंट उपलब्ध होंगे जिनका आवेदन इस गर्मी में या पिछले साल खारिज हुआ था। मैं समझता हूं कि कई लोग इसे लेकर घबरा रहे हैं लेकिन महामारी के चलते लंबे समय से हमारा काम बंद पड़ा था। पहले हमारे पास दोबारा आवेदन करने वालों की संख्या इतनी नहीं थी। अब इनकी संख्या बहुत ज्यादा है इसलिए यह फैसला लिया गया है।
हेफ्लिन ने कहा कि भारत में 12 महीनों में आठ लाख अमेरिकी वीजा जारी किए जाने की उम्मीद है। उन्होंने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की वजह से बनीं चुनौतियों के बाद वीजा ऑपरेशंस के लिए इस साल को 'रिकवरी ईयर' होने की उम्मीद जताई है।