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फुटबॉलर सुनील छेत्री कैसे बने ‘कैप्टन फैंटास्टिक’, FIFA की सीरीज बताएगी

फीफा की इस शॉर्ट सीरीज 'कैप्टन फैंटास्टिक’में इस स्टार खिलाड़ी के बारे में बहुत कुछ अनदेखा और अनसुना जानने को मिलेगा। चाहे किशोरावस्था में झेला दर्द हो या 20 की उम्र में भारतीय टीम के लिए खेलना। उनकी होने वाली पत्नी से रोमांस हो या फिर उन्हें मिले पुरस्कार और शिखर तक पहुंचने की कहानी।

भारतीय फुटबॉल के दिग्गज खिलाड़ी सुनील छेत्री के ऊपर फीफा ने ‘कैप्टन फैंटास्टिक’ नाम से एक शॉर्ट सीरीज बनाई है। दुनिया में क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनेल मेसी के बाद मेंस इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा गोल करने वाले सुनील छेत्री की जिंदगी के कई अनछुए पहलुओं को इस सीरीज में दिखाया गया है। यह सीरीज तीन पार्ट में है। इसका निर्देशन दिल्ली के फिल्ममेकर मीशा कुमार ने किया है।

38 वर्षीय सुनील छेत्री ने 20 साल की उम्र में भारत की नेशनल फुटबॉल टीम में खेलना शुरू कर दिया था। FIFA Photo

38 वर्षीय सुनील छेत्री ने 20 साल की उम्र में भारत की नेशनल फुटबॉल टीम में खेलना शुरू कर दिया था। देखते ही देखते वह मैदान के साथ-साथ लोगों के दिलों में भी छा गए। वह भारत के सबसे कैप्ड प्लेयर हैं। अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में उनके नाम 84 गोल दर्ज हैं। उनसे आगे सिर्फ अर्जेंटीना के लियोनेल मेस्सी (90) और पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो (117) हैं।

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