हिंद-प्रशांत सुरक्षा मामलों के लिए अमेरिका के सहायक रक्षा सचिव एली रैटनर ने कहा है कि पाकिस्तान के लिए एफ-16 लड़ाकू विमानों को लेकर लिया गया फैसला रूस के साथ संबंधों को लेकर भारत के लिए संदेश नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने इस फैसले से पहले और फैसला लेने के दौरान भारत को इस प्रक्रिया में शामिल किया था। रैटनर करीब दो सप्ताह पहले अमेरिका के सहायक विदेश सचिव डोनाल्ड लू के साथ भारत में थे।

दोनों अमेरिकी नेता भारत के रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के साथ 2-2 इंटरसेशन बैठकों में हिस्सा लेने के लिए वहां पहुंचे थे। गुरुवार की शाम को एक वर्चुअल प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार के अंदर लिया गया ये फैसला पाकिस्तान के साथ हमारी रक्षा भागीदारी पर अमेरिकी हितों को लेकर किया गया है। रैटनर ने कहा कि यह भागीदारी मुख्य रूप से आतंकवाद के विरोध और परमाणु सुरक्षा पर केंद्रित है।