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ब्रिटेन की अदालत में हथियार बिचौलिया भंडारी के खिलाफ प्रत्यर्पण सुनवाई शुरू

अदालत को बताया गया कि भंडारी की भारत से बाहर कई कंपनियां, संपत्तियां और बैंक खाते हैं। उन्होंने कहा कि जिन कथित विदेशी कंपनियों का वह मालिक है उनमें संयुक्त अरब अमीरात में स्थित सैनटेक इंटरनेशनल (Santech International) भी है।

हथियारों की खरीद-फरोख्त के एक मामले में आरोपी बिचौलिये संजय भंडारी के भारत प्रत्यर्पण की सुनवाई ब्रिटेन की एक अदालत में शुरू हो गई है। वह गुरुवार को लंदन की एक अदालत के सामने पेश हुआ था, जहां उसके खिलाफ मामले की सुनवाई शुरू हुई। भारत सरकार ने भंडारी के खिलाफ दो मामलों में प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा था। इनमें से एक मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है और दूसरे मामले में उस पर कर चोरी का आरोप है। भारत की ओर से क्राउन अभियोजन सेवा (CPS) वकील बेन लॉयड पेश हुए।

भंडारी पर संपत्ति छिपाने, पुराने दस्तावेज इस्तेमाल करने, अघोषित संपत्ति का लाभ उठाने और यह छिपाने का आरोप है कि उसके पास विदेश में संपत्ति है।

सुनवाई के पहले दिन लॉयड ने कहा कि भंडारी भारत में रहता था और उसने कर के मामले में विदेश में जमा अपनी संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया। भंडारी पर संपत्ति छिपाने, पुराने दस्तावेज इस्तेमाल करने, अघोषित संपत्ति का लाभ उठाने और यह छिपाने का आरोप है कि उसके पास विदेश में संपत्ति है। जिला न्यायाधीश माइकल स्नो की अदालत में हुई सुनवाई के दौरान लॉयड ने भंडारी की भारत से बाहर संपत्तियों से जुड़े कई दस्तावेज भी पेश किए। मामले में सुनवाई पांच दिन चलेगी। भंडारी की ओर से अधिवक्ता जेम्स स्टांसफील्ड दलीलें रखेंगे।

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