कोरोना की ओमिक्रॉन लहर तेजी से संक्रामक रही, लेकिन यह कम घातक साबित हुई है। इसके बाद और कोई लहर आएगी या नहीं, इसे लेकर वैज्ञानिकों में अलग-अलग राय हैं। ओमिक्रॉन के बाद यूरोप ने बिना प्रतिबंधों के कोरोना के साथ जीने की शुरुआत कर दी है। कोरोना का सबसे ज्यादा कहर यूरोपीय देशों में देखने को मिला। अब वहां धीरे-धीरे पाबंदियां हटने लगी हैं। यूरोपीय यूनियन के सदस्य देशों ने मंगलवार को समूह के 27 देशों के लोगों को यात्रा नियमों में और छूट देने पर सहमति जताई है। इनमें से उन लोगों को इसका लाभ मिलेगा जो कोविड-19 रोधी टीका लगवा चुके हैं या संक्रमण से उबर गए हैं।
यूरोपीय परिषद ने सिफारिश की है कि यूरोपीय यूनियन के राष्ट्र अगले महीने उन लोगों के लिए सभी जांच और आइसोलेशन के नियमों को समाप्त कर दें, जो यूरोपीय यूनियन या विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से अधिकृत टीके लगवा चुके हैं। बता दें कि यूरोपीय यूनियन ने कोरोना के टीके के तौर पर फाइजर, मॉडर्ना, एस्ट्राजेनेका, जॉनसन एंड जॉनसन और नोवावैक्स को मान्यता दी हुई है। कहा गया है कि जो लोग कोरोना की आखिरी डोज लगा चुके हैं वे डोज लगाने के 270 दिन के भीतर सफर कर सकते हैं। इसके अलावा जिन्होंने बूस्टर डोज लगाई है उन्हें भी यात्रा में छूट देने की सिफारिश की गई है।