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नए समीकरणों में भारत और अमेरिका के बीच संबंध मजबूत बना पाएंगे एरिक?

एरिक ने कहा था, ‘मैं वहां (भारत) के सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संवाद करना चाहता हूं। वहां ऐसे संगठन हैं जो सक्रियता से लोगों के मानवाधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनके साथ मेरा सीधा संवाद होगा।’ उस वक्त कई अमेरिकी सांसदों ने उनके इस बयान पर चिंता जताई थी।

अमेरिकी सीनेट की शक्तिशाली विदेशी संबंध समिति ने भारत में अमेरिका के राजदूत के तौर पर लॉस एंजिलिस के मेयर एरिक गार्सेटी के नामांकन को मंजूरी दी है। 50 वर्षीय एरिक को 2013 में लॉस एंजिल्स के मेयर के रूप में चुना गया था और 2017 में वह इस पद पर फिर से चुने गए। वह शहर के पहले निर्वाचित यहूदी मेयर हैं। भारत के लिए अमेरिका के पूर्णकालिक राजदूत का अहम पद करीब एक साल से खाली है।

हालांकि भारत के संबंध में एरिक के पहले बयानों को लेकर अमेरिकी सांसद सवाल भी उठा चुके हैं। भारत में बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी एरिक के बयान को लेकर चिंता जताई थी। दरअसल, पिछले महीने भारत के राजदूत के तौर पर नामित मेयर एरिक जब सीनेट के सामने हाजिर हुए थे तो उनकी नियुक्ति पर मुहर लगाने से पहले सीनेट के सदस्यों ने उनसे कई सवाल-जवाब किए थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि अगर वह भारत में राजदूत नियुक्त किए जाते हैं तो जोर-शोर से मानवाधिकारों का मुद्दा उठाएंगे।

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