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जनसेवक दिलावर सैयद की नियुक्ति में देरी, नाराजगी क्यों दिखा रहा है यह प्रमुख संगठन

एएपीआई विक्ट्री फंड के सह-संस्थापक और अध्यक्ष शेखर नरसिम्हन ने कहा कि यह अमेरिका में मुस्लिम अमेरिकियों से भेदभाव को उजागर करता है और यह असंवैधानिक है।

Photo : Twitter @dilawar

एशियाई अमेरिकी और प्रशांत द्वीपवासी (AAPI) विक्ट्री फंड ने सीनेट रिपब्लिकन को फटकार लगाते हुए एक बयान जारी किया है। दरअसल, अमेरिकी लघु व्यवसाय प्रशासन (U.S. Small Business Administration) के उप प्रशासक पद के लिए दिलावर सैयद की तैनाती में जानबूझकर देरी करने को लेकर सीनेट रिपब्लिकन पर असंवैधानिक तौर तरीके इस्तेमाल करने का आरोप है।

एएपीआई विक्ट्री फंड के सह-संस्थापक शेखर नरसिम्हन ने कहा, दिलावर सैयद को वफादारी या धार्मिक खांचे में रखकर देखना असंवैधानिक है और ऐसा अमेरिका में होना नाजायज भी है।Photo by Kareem Hayes / Unsplash

एएपीआई विक्ट्री फंड के सह-संस्थापक और अध्यक्ष शेखर नरसिम्हन ने बयान जारी करते हुए कहा, "दिलावर सैयद एक बेहतरीन जनसेवक हैं, जिनका यह सुनिश्चित करने का एक लंबा इतिहास है कि सभी छोटे व्यवसायों को उनकी जरूरत के अनुसार समर्थन मिले। अब चाहे उस व्यवसाय का मालिक कोई भी हो। उन्होंने आर्थिक विकास और उद्यमिता पर ध्यान केंद्रित करते हुए संघीय, राज्य और स्थानीय स्तर पर नागरिक प्रयासों को संचालित किया है। उन्होंने कैलिफोर्निया के ग्रामीण इलाकों से लेकर देश भर के उन इलाकों तक जहां सेवाएं कम पहुंची हैं वहां समुदायों तक समावेशी उद्यमिता का समर्थन किया है।"

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