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रूस से हमारे रक्षा संबंध हैं मजबूत, अमेरिका से भी उम्मीदें हैं: जयशंकर

विदेश मंत्री ने कहा कि 1965 से लेकर अगले लगभग 40 साल तक भारत में अमेरिका का कोई सैन्य उपकरण नहीं आया। इसी अवधि में सोवियत और रूस से भारत के संबंध बहुत मजबूत हुए। इसका कारण यह नहीं था कि भारत की तरफ से कोशिश नहीं की गई। मैं स्वयं इसकी पुष्टि कर सकता हूं।

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि रूस के रक्षा उपकरणों पर भारत की निर्भरता और मॉस्को के साथ मजबूत संबंधों का कारण यह नहीं है कि हमने इन उपकरणों को हासिल करने के लिए अमेरिका से संपर्क नहीं किया। दोनों देशों के संबंधों में आया एक बदलाव रक्षा सहयोग के क्षेत्र से भी जुड़ा है जो शायद पिछले करीब 15 साल के सहयोग के बाद अपने मौजूदा रूप में आया है।

जयशंकर ने कहा कि मुझे लगता है कि आज संबंध अलग स्तर पर हैं। अब सुरक्षा समेत कई अन्य क्षेत्रों में हमारे मिलकर काम करने की संभावना है। 

जयशंकर ने रविवार को यूएस-इंडिया फ्रैंडशिप काउंसिल एंड फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान भारतीय-अमेरिकियों को संबोधित करते हुए यह बात कही।

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