अमेरिकी को बच्चे से सेक्स के लिए उकसाया, भारतीय को 118 महीने की सजा

अमेरिका की एक अदालत ने एक भारतीय नागरिक को बाल यौन शोषण करने और बच्चों के अश्लील वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर करने के मामले में 188 महीने जेल की सजा सुनाई है। दोषी व्यक्ति एक क्रूज शिप का कर्मचारी है।

बाल यौन प्रताड़ना में मिली सजा (चित्र सांकेतिक) Photo by Saif71.com / Unsplash

भारत के गोवा निवासी 34 वर्षीय एंजेलो विक्टर फर्नांडीस एक क्रूज शिप का कर्मचारी है। उसे लंबे समय से बच्चों का यौन  शोषण करने और उसके वीडियो बनाकर लोगों को बांटने के मामले में दोषी पाया गया है। फेडरल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने उसे 188 महीने की सजा सुनाई है।

मामले के मुताबिक पिछले साल 16 जनवरी से 30 अप्रैल के बीच मुख्य आरोपी फर्नांडिस ने एक अन्य व्यक्ति डेनियल स्कॉट क्रो को एक मेसेजिंग एप्लिकेशन के जरिए चाइल्ड पोर्नोग्राफी के 13 वीडियो भेजे थे। आरोप है कि फर्नांडीस ने उसे नाबालिग बच्चों के साथ यौन संबंध बनाने का ऑफर भी दिया। ये भी कहा कि वह यात्रा का सारा इंतजाम कर देगा।

डेनियल को अदालत ने पिछले साल 12 दिसंबर को 30 साल जेल की सजा सुनाई थी। उसे नाबालिग को लुभाने और चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़े अपराध में दोषी माना गया था। मामले पर कार्यवाही मई 2006 में शुरू हुई थी।

बाल यौन शोषण और दुर्व्यवहार के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए राष्ट्रव्यापी पहल सेफ चाइल्डहुड प्रोजेक्ट के तहत यह मामला दर्ज किया गया था। इस योजना के तहत इंटरनेट के जरिए बच्चों का शोषण करने वाले आरोपियों का पता लगाया जाता है और पकड़कर मुकदमा चलाया जाता है।