निर्माण, उद्योग, धातु व खनन और ऑटोमोटिव समेत अन्य क्षेत्रों की कई शीर्ष भारतीय कंपनियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं और डिजिटलीकरण, विकास के नए क्षेत्रों पर फोकस कर रही हैं। ये कंपनियां भारत में विशेष तकनीकी प्रतिभा की कमी के बीच तकनीकी विशेषज्ञता की जरूरतों को पूरा करने के लिए अनूठा कदम उठा रही हैं। वे विदेश से लौटने वाले भारतीयों या अमेरिका और यूरोप के अप्रवासियों को अपने यहां काम पर रखने की कवायद में जुट गई हैं।
अमेरिका में रहने वाले कई भारतीय अब वापस भारत लौटने का रुख प्रदर्शित कर रहे हैं। इनमें ऐसे लोग भी शामिल हैं जो लगभग दो दशक से वहां रह रहे हैं। ये लोग भारत आकर यहां की स्थानीय कंपनियों में बड़ी जिम्मेदारियां संभालना चाहते हैं। दूर से काम करने का विकल्प भी कंपनियों को ऐसे अप्रवासियों को तकनीकी विशेषज्ञ के तौर पर काम पर रखने की अनुमति देता है।