भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने पिछले महीने ऐतिहासिक व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (CEPA) पर हस्ताक्षर किए थे। अब दुबई में भारत के महा वाणिज्य दूत अमन पुरी ने विश्वास जताया है कि साल 2027 तक दोनों देशों के बीच कारोबार 100 अरब डॉलर (लगभग 7633 अरब 42 करोड़ रुपये) तक पहुंच सकता है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से पहले भारत और यूएई के बीच कारोबार 60 अरब डॉलर (4580 अरब पांच करोड़ 20 लाख रुपये) था। हमें अगले पांच साल में इसके 100 अरब डॉलर होने की उम्मीद है। कारोबार और सेवाओं में 15 अरब डॉलर (1145 अरब एक करोड़ 30 लाख रुपये) की वृद्धि की उम्मीद है।
उम्मीद: 2027 तक 100 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है भारत-यूएई कारोबार
2014 में भारत की सत्ता में आने के बाद नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से यह पहला बड़ा कारोबारी समझौता है। इसके तहत मुख्य रूप से यूएई ने आभूषणों पर और भारत ने सोने पर आयात शुल्क कम किया है। यह समझौता रत्न और आभूषण के क्षेत्र को बढ़ावा देगा और 10 लाख से अधिक रोजगार के नए मौके तैयार करने में मदद करेगा।