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'मोदी की कप्तानी में 6 बजे नेट प्रैक्टिस शुरू होती है.. और वो विकेट चाहते हैं'

जयशंकर ने कहा कि मोदी कप्तान हों तो काफी नेट प्रैक्टिस की जरूरत होती है। यह नेट प्रैक्टिस सुबह छह बजे शुरू हो जाती है और फिर काफी देर तक चलती है। ...वह अपने बॉलर्स को कुछ हद तक आजादी देते हैं और उम्मीद करते हैं कि आप विकेट लें।

रायसीना डायलॉग के मंच पर जयशंकर और अन्य अतिथिगण

दुनिया के 100 देशों के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार से भारत की राजधानी दिल्ली में शुरु हुए रायसीना डायलॉग में महामंथन शुरू कर दिया। इस बार सम्मेलन की थीम 'उकसावा, संकट और तूफान में जलता दीया' है। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस दौरान क्रिकेट की भाषा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली का चर्चा की। रूसी विदेश मंत्री ने यूक्रेन युद्ध के मसले पर पश्चिमी देशों को घेरा। इससे पहले क्वॉड की बैठक में रूस और चीन को कड़ा संदेश दिया गया।

रायसीना डायलॉग के दौरान इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन के साथ मंच पर मौजूद भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर से पूछा गया कि जब प्रधानमंत्री मोदी आपके कप्तान हों तो क्या आप आक्रामक खेल दिखाते हैं या बाउंड्री रोकते हैं? इसके जवाब में जयशंकर ने कहा कि मोदी कप्तान हों तो काफी नेट प्रैक्टिस की जरूरत होती है। यह नेट प्रैक्टिस सुबह छह बजे शुरू हो जाती है और फिर काफी देर तक चलती है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अपने बॉलर्स को कुछ हद तक आजादी देते हैं। वो आपसे उम्मीद करते हैं कि आप वो विकेट लें। वो आपको इसका मौका भी देते हैं। लेकिन इसके साथ ही वो मुश्किल फैसलों पर नजर भी रखते हैं।

रायसीना डायलॉग के एक सत्र में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने हैरानी जताते हुए कहा कि हर कोई रूस से क्यों पूछ रहा है कि युद्ध खत्म करने के लिए क्या वह बातचीत करने को तैयार है, जबकि यूक्रेन के राष्ट्रपति एक आदेश पत्र पर दस्तखत करके मास्को से बातचीत को आपराधिक कृत्य घोषित कर चुके हैं। लावरोव ने कहा कि यह शर्मनाक है। अगर वो कहते हैं कि यह उनके लिए अस्तित्व की लड़ाई है तो यह हमारे लिए भी अस्तित्व की लड़ाई है। रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि यूक्रेन में रूस जो कुछ कर रहा है, यूरोपीय देश उससे प्रभावित नहीं हुए हैं बल्कि वे मास्को की कार्रवाई पर पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया से प्रभावित हुए हैं।

इससे पहले गुरुवार को भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र पर रायसीना डायलॉग-2 शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मेलोनी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के सबसे चहेते नेता हैं। ये साबित हो चुका है कि वो कितने बड़े लीडर हैं। इसके लिए उन्हें बधाई। ये बातें सुनकर दूसरे डायस पर खड़े पीएम मोदी हंसते नजर आए।

रायसीना डायलॉग से पहले क्वॉड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक से रूस और चीन को कड़ा संदेश दिया गया। बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने यूक्रेन पर रूस के हमले के खिलाफ खड़े होने की वजहें स्पष्ट कीं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध केवल रूस और यूक्रेन में रहने वाले और यूरोपीय देशों के लिए ही मायने नहीं रखता बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए महत्व रखता है।

बैठक में कहा गया कि यूक्रेन मसले का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान होना चाहिए। यह भी कहा गया कि कि परमाणु हमले की धमकी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके अलावा बैठक में मुक्त और खुले इंडो-पैसिफिक के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता जाहिर की गई और खतरों या बल प्रयोग के बिना विवादों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन किया गया। यथास्थिति बदलने के किसी भी एकतरफा प्रयास का विरोध भी किया गया।

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