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2000 वर्ष पहले भारत के इस राज्य में बना लिया गया था पहला मजबूत बांध

करीब 1079 फीट लंबा, 66 फीट चौड़ा और 18 फीट ऊंचा कल्लनई बांध नदी के पानी को उपजाऊ डेल्टा जिलों में पहुंचाने और क्षेत्र में बाढ़ की समस्या को खत्म करने के लिए बनवाया गया था। लेकिन भारत के इस सबसे पुराने बांध का निर्माण आसान काम नहीं था।

क्या आप जानते हैं कि तमिलनाडु में एक प्रमुख टूरिस्ट स्पॉट भारत का सबसे पुराना बांध यानी डैम है। एनीकट या कल्लनई बांध का निर्माण चोल वंश के राजा करिकलन ने करवाया था। बड़ी संख्या में लोग इस बांध को देखने के लिए आते हैं। लगभग 2000 साल पहले बनाया गया यह अद्भुत बांध देश के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु के तंजावुर जिले में तिरुचिरापल्ली से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

कल्लनई भारत का सबसे पुराना बांध है। इसके साथ ही यह दुनिया का चौथा ऐसा वाटर डायवर्जन या वायर रेगुलेटर स्ट्रक्चर है जो अभी भी इस्तेमाल में है। यह बांध आज भी न केवल सही सलामत है बल्कि सिंचाई का अहम साधन भी है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि इंजीनियरिंग के इसी शानदार नमूने के बारे में जिसे कावेरी नदी पर पत्थरों से बनाया गया था।

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