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एक भारतीय राजकुमारी, जिसने लंदन में लड़ी महिलाओं के हक की लड़ाई

मूल रूप से भारत के गुजरात की रहने वाली भारतीय मूल की लेखिका सोफिया अहमद कहती हैं कि जब उन्होंने राजकुमारी सोफिया के बारे में सुना तो मुझे लगा कि यह तो मेरा भी इतिहास है। राजकुमारी सोफिया की कहानी प्रेरणा देती है। राजकुमारी सोफिया महिलाओं के मत देने के अधिकार में भरोसा करती थीं।

क्या आप जानते हैं कि लंदन में एक भारतीय राजकुमारी ने महिलाओं के वोट के अधिकार के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी। एक ऐसी राजकुमारी, जिसने वर्ष 1910 में मताधिकार आंदोलन के हिस्से के रूप में 400 लोगों के साथ ब्रिटिश संसद तक मार्च किया था। जी हां, हम बात कर रहे हैं लंदन में रहने वालीं भारत के महाराजा रंजीत सिंह को पोती और महाराजा दलीप सिंह की बेटी राजकुमारी सोफिया की।

लंदन की लेखिका सोफिया अहमद ने 9 से 13 साल की आयु के बच्चों के लिए एक किताब लिखी है- ‘माय स्टोरी: प्रिंसेस सोफिया दलीप सिंह’। यह राजकुमारी सोफिया के जीवन के संघर्ष की कहानी है। पुस्तक का विमोचन नॉरफॉक के थेटफोर्ड में प्राचीन हाउस संग्रहालय में किया गया है। इस संग्रहालय की स्थापना 1921 में राजकुमारी सोफिया के भाई फ्रेडरिक दलीप सिंह ने की थी। सोफिया अहमद कहती हैं कि उनकी इच्छा है कि किताब को स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। जिससे नई पीढ़ी को पता चले कि भारत की एक राजकुमारी ने लंदन में एक आम महिला कार्यकर्ता की तरह महिलाओं के वोट के अधिकार के लिए किस तरह से लड़ाई लड़ी।

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