इंग्लैंड के विख्यात कवि जॉन ड्राइडन ने कहा था- कोई और नहीं, केवल बहादुर ही बेहतर का पात्र है। ड्राइडन की यह बात बिहार के दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 17 वर्षीय मेधावी किशोर प्रेम कुमार पर लागू होती है।
दिहाड़ी मजदूर का यह बेटा अब अमेरिका के लाफायेट कॉलेज में पढ़कर इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करेगा। पेनसिल्वेनिया, अमेरिका के लाफायेट कॉलेज ने प्रेम को ढाई करोड़ की स्कॉलरशिप दी है। प्रेम 12वीं का छात्र है।