अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारतीय मूल की अमेरिकी वकील सोपेन बी शाह को विस्कॉन्सिन के पश्चिमी जिले के लिए यूएस अर्टानी के रूप में नामित किया है। इस जिले में मैडिसन भी शामिल है। शाह 1993 से 2001 तक बिल क्लिंटन के कार्यकाल के दौरान पेग लुटेन्सचलागर के बाद मैडिसन में अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय का नेतृत्व करने वाली दूसरी महिला होंगी।
शाह मैडिसन यूएस अटॉर्नी के रूप में स्कॉट ब्लैडर की जगह लेंगी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नियुक्त किए गए ब्लैडर ने 2021 में इस्तीफा दे दिया था। शाह के नामांकन के लिए उनका नाम देश भर के चार अधिवक्ताओं, दो मार्शलों के साथ सोमवार को सीनेट भेजा गया था। वाइट हाउस ने एक बयान में कहा, ये ऐसे अधिकारी हैं जो संघीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों के रूप में कानून के शासन को बनाए रखने में मददगार साबित होंगे।
सोपेन शाह ने 2015 से येल लॉ स्कूल से स्नातक किया है। 2019 से वह मैडिसन कार्यालय में कानूनी फर्म के एक सहयोगी वकील के रूप में काम किया। फर्म की वेबसाइट के अनुसार शाह कारोबार से जुड़े मुकदमे सहित कई मामलों में माहिर हैं। इससे पहले शाह ने 2017 से 2019 तक विस्कॉन्सिन के डिप्टी सॉलिसिटर जनरल के रूप में काम किया है। 2016 से 2017 तक यूएस कोर्ट ऑफ अपील्स फॉर सेकेंड सर्किट में जज डेबरा एन लिविंगस्टन के लिए बतौर लॉ क्लर्क के रूप में काम करने का मौका मिला है। 2015 से 2016 तक यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में जज अमूल आर थापर के साथ काम किया है।
शाह ने पिछले साल एक मतदान के मामले में डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी और डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ विस्कॉन्सिन का प्रतिनिधित्व किया था। यह मामला तीन सप्ताह की अवधि में मैडिसन में यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से यूएस सुप्रीम कोर्ट तक गया। वाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन ने एक बजट प्रस्तावित किया है जो पिछले साल इस प्रशासन को विरासत में मिली बढ़ती अपराध दर से निपटने में मदद करेगा। राष्ट्रपति ने 2020 के बाद से हो रहे बंदूक अपराध पर लगाम लगाने के लिए एक व्यापक प्रयास शुरू किया है। इसमें सामुदायिक रोकथाम कार्यक्रमों का समर्थन करने के साथ ही अवैध बंदूक तस्करी पर नकेल कसना शामिल है। वाइट हाउस का कहना है कि शाह सहित अन्य को मुख्य संघीय कानून प्रवर्तन अधिकारी के रूप में नामित करने से इन प्रयासों को बल मिलेगा।