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भ्रष्टाचार में लिप्त पूर्व राष्ट्रपति की गिरफ्तारी के बाद अफ्रीका में भड़के दंगे

दक्षिण अफ्रीका में भड़के दंगे की कहानी एक भारतीय-अफ्रीकी की जुबानी।

साउथ अफ्रीका में साल 2009 से 2018 के बीच राष्ट्रपति पद पर लगातार दो बार कार्यकाल को पूरा करने वाले जैकब जूमा पर भ्रष्टाचार के आरोप तय हुए हैं। जिसके बाद उन्हें कोर्ट ने 15 महीने के लिए जेल की सलाखों के पीछे भेजने के आदेश दिए हैं। दूसरी ओर, जैकब को जेल भेजने की वजह से साउथ अफ्रीका के महत्वपूर्ण शहर क्वाजुलु-नटाल और गौतेंग में दंगे भड़क गए हैं।

इस मसले पर इंडियन स्टार से साउथ अफ्रीका में रहने वाले इंडियन अफ्रीकन एना (बदला हुआ नाम) ने खास बातचीत के दौरान बताया कि जैकब के समर्थकों ने डरबन, पीटरमैरिट्सबर्ग और जोहान्सबर्ग में दंगे भड़काए हैं। इन क्षेत्रों में काफी बड़ी आबादी इंडियन-साउथ अफ्रीकन कम्युनिटी की है।

एना ने बताया, "हम यहां देश में विरोध करने वाले लोगों के साथ रह-रहकर आदी हो चुके हैं। यह दंगे 9 जुलाई, 2021 के दिन शुरू हुए, जिनमें दंगाइयों ने देश के प्रमुख राजमार्गों में से एक पर ट्रकों को आग लगाना शुरू कर दिया था। लगभग 22 ट्रक लूटे गए और सभी माल के साथ आग के हवाले कर दिए गए थे।”

एना ने बताया कि रविवार को दंगे बढ़ गए, जिसमें दंगाइयों ने शहर की दुकानों और मॉल में तोड़फोड़ और लूटपाट करनी शुरू कर दी। उन्होंने डरबन और जोहान्सबर्ग में रहने वाले इंडियन-साउथ अफ्रीकन कम्युनिटी के लोगों की संपत्तियों को भी आग के हवाले कर दिया या लूट लिया। लोकल पुलिस बल ने माहौल को शांत करने के लिए कुछ नहीं किया। ऐसा लगता है कि पुलिस विभाग के पास इस तरह के माहौल से निपटने की कोई तैयारी नहीं थी। हालांकि, स्थानीय लोगों ने ही अपने मकान और दुकान का मिलकर घेराव किया और अपने लाइसेंसी हथियारों के साथ पहरा देने का काम किया।

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