जहां एक तरफ भारत की मौजूदा सरकार आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल कैंपेन को बल दे रही है, वहीं दूसरी ओर सामाजिक सेवा संगठन आरएसएस से संबंधित स्वदेशी जागरण मंच ने भारतीय स्टार्टअप के विदेशी नियंत्रण पर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा है कि ऐसी कंपनियों को भी विदेशी घोषित किया जाए जो अपनी कंपनी में विदेशी निवेश को मंजूरी देती हैं।

स्वदेशी जागरण मंच ने फ्लिपकार्ट का उदाहरण देते हुए कहा कि इस कंपनी में वॉलमार्ट का प्रभावी नियंत्रण है। यह विदेशी कंपनी फ्लिपिंग में लगी हुई है। स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक डॉ.अश्विनी महाजन ने कहा कि भले ही हम इस बात पर गर्व करें कि दो भारतीय युवा लड़कों ने फ्लिपकार्ट को बनाया जिसने 20 बिलियन डॉलर का बाजार मूल्यांकन हासिल किया। जबकि हकीकत यह है कि फ्लिपकार्ट से वह दोनों युवा अब दूर हो गए हैं और उनकी जगह अब विदेशियों ने ले ली है।