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सांसद प्रमिला ने कहा, सरकारी नीतियों की समीक्षा के लिए बने टास्कफोर्स

अरब, मुस्लिम, मध्य पूर्व, दक्षिण एशियाई और सिख समुदायों ने अमेरिका में लंबे समय से भेदभाव और हिंसा का अनुभव किया है जो कि हमलों का बाद से और गहराया है। अपने प्रस्ताव में प्रमिला ने ऐसे सवाल उठाए हैं।

वाशिंगटन की भारतीय अमेरिकी कांग्रेस सदस्य प्रमिला जयपाल ने माना कि अमेरिकी सरकार ने 9/11 के बाद से लगभग दो दशक तक हजारों लोगों को उनके धर्म, नस्ल, राष्ट्रीय मूल के कारण अन्यायपूर्ण तरीकों से निशाना बनाया था। अन्य सांसद इल्हान उमर, रशीदा तलीब और जूडी चू के साथ प्रमिला जयपाल ने इस बात को स्वीकार करते हुए एक प्रस्ताव भी रखा है।

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Photo by Michael / Unsplash

प्रमिला जयपाल ने एक बयान में कहा, "हमें नस्लवाद, जेनोफोबिया, भेदभाव, जातीय या धार्मिक कट्टरता की पूरी तरह से निंदा करनी चाहिए। वहीं दूसरी ओर यह स्वीकार करना चाहिए कि 11 सितंबर 2001 के बाद से अरब, मुस्लिम, मध्य पूर्व, दक्षिण एशियाई और सिख समुदायों पर गलत तरीके से लक्षित करने वाली हानिकारक नीतियों को लागू किया गया है।"

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