भारत की हरित और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश को लेकर ब्रिटेन की सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। ब्रिटेन ने इन परियोजनाओं में 1.2 बिलियन डॉलर (8,773 करोड़) के निवेश की घोषणा की है जो सार्वजनिक और निजी दोनों सेक्टर में किया जाएगा। दोनों देशों के बीच चली 11वीं इकॉनामिक एंड फाइनेंशियल डायलॉग यानी ईएफडी में भारत की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और ब्रिटेन के चांसलर ऋषि सुनक ने यह घोषणा की है।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस बैठक में सीतारमण के साथ ब्रिटेन के ट्रेजरी चांसलर ऋषि सनक शामिल थे। इस बैठक में क्लाइमेट फाइनेंस लीडरशिप इनिशिएटिव (सीएफएलआई) इंडिया पार्टनरशिप को भी लॉन्च किया गया है, जिसका उद्देश्य निजी पूंजी को भारत में स्थायी बुनियादी ढांचे में लगाना है। ब्रिटिश उच्चायोग ने कहा कि ये निवेश 2030 तक भारत के 450 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा के लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेगा।