उड्डयन बाजार में टाटा की ऊंची उड़ान, एयर इंडिया और विस्तारा का विलय?

भारत की सबसे बड़ी एयरलाइंस इंडिगो का मुकाबला करने और भारतीय उड्ड्यन बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए टाटा ग्रुप नई रणनीति पर काम कर रहा है। टाटा ग्रुप अब एयर इंडिया और विस्तारा के कारोबार का विलय करने के लिए सिंगापुर एयरलाइंस से बातचीत कर रहा है। विस्तारा एयरलाइंस टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस का ही जॉइंट वेंचर (संयुक्त उद्यम) है।

विस्तारा एयरलाइंस असल में टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस का ही जॉइंट वेंचर (संयुक्त उद्यम) है। Photo by Daniel Eledut / Unsplash

एक मीडिया रिपोर्ट में अनाम अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि यह डील जल्द ही फाइनल हो सकती है। विलय के बाद बनने वाली संयुक्त कंपनी में सिंगापुर एयरलाइंस का 25 फीसदी शेयर हो सकता है, जो 5 से 10 हजार करोड़ रुपये का होगा। इस विलय को पूरा होने में लगभग एक साल का वक्त लग सकता है। यह टाटा ग्रुप का खर्च घटाने, उपलब्ध विमानों व रूटों का पूरा इस्तेमाल करने और इंडिगो का मुकाबला करने की बड़ी योजना का एक हिस्सा है।