Skip to content

सराहनीय प्रयास: भारत के कई राज्यों के 75 गांवों में स्वास्थ्य सेवा देंगे AAPI

एएपीआई के निर्वाचित अध्यक्ष डॉ.रवि कोल्ली ने कहा, "हालांकि भारत ने स्वास्थ्य देखभाल में पर्याप्त प्रगति की है। यह इस बात से साबित होता है कि भारत में जीवन प्रत्याशा यानी लाइफ एक्सप्रेक्टेंसी अब 71 वर्ष है।

Photo by Vishnu Vardhan / Unsplash

अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन (एएपीआई) ने भारत के ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए एडॉप्ट-ए-विलेज प्रोजेक्ट शुरू किया है। एएपीआई के इस वर्चुअल इवेंट की अध्यक्षता डॉ. सतीश कथुला ने की, जिसमें डॉ.अनुपमा गोटीमुकुला, डॉ. जगन ऐलिनानी और समिति के सदस्य के रूप में डॉ. राम सिंह भी मौजूद रहे।

अमेरिका में भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू भी इस इवेंट में शामिल हुए। 

एएपीआई के इस प्रोजेक्ट को समर्थन करने के लिए शिकागो, न्यूयॉर्क, ह्यूस्टन और अटलांटा के महावाणिज्य दूत और सैन फ्रांसिस्को के उप महावाणिज्य दूत ने भी हिस्सा लिया। अमेरिका में भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू भी इस इवेंट में शामिल हुए। उन्होंने भारत के लिए विशेष रूप से महामारी के दौरान एएपीआई के कई प्रयासों की सराहना की।

एएपीआई के भारतीय अमेरिकी अध्यक्ष गोटीमुकुला ने बताया कि इस पहल में काफी प्रयास किए जा रहे हैं। एएपीआई ग्लोबल टेलीक्लिनिक्स इंक. के सहयोग से भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्षों के सम्मान में 75 गांवों को गोद लेने की योजना बना रहा है। यह गांव आंध्र प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु और तेलंगाना राज्यों के होंगे जहां ग्रामीणों को एनीमिया, डीएम (HbA1C), हाई कोलेस्ट्रॉल, कुपोषण, गुर्दे की बीमारी और मोटापे की मुफ्त स्वास्थ्य जांच की जाएगी।

This post is for paying subscribers only

Subscribe

Already have an account? Log in

Latest